बोलते वक्त सावधानी बरतें वी. के. सिंह : राजनाथ सिंह

नई दिल्ली: हरियाणा में दो दलित बच्चों के जिंदा जला दिए जाने के बाद जनरल वी.के. सिंह(रि.) द्वारा दिए गए विवादित बयान पर सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि, "मंत्रियों को बयान देते वक्त सावधान रहना चाहिए, हम हमेशा यह करकर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकते कि बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है।"गौरतलब है कि जनरल वी.के.सिंह ने गुरुवार को अपने बयान में कहा था कि, "अगर किसी ने कुत्ते को पत्थर मार दिया तो उसके लिए सरकार जिम्मेदार नहीं है।" इस बयान को बहुत ही असंवेदनशील बयान के तौर पर देखा गया और ऐसा माना गया कि मंत्री यह कहना चाहते थे कि मारे गए दोनों बच्चों की जिम्मेदारी सरकार नहीं ले सकती है।उनसे जब यह पूछा गया कि क्या इसे हरियाणा सरकार की नाकामी नहीं माना जाए? तो भाजपा नेता ने कहा कि, "प्रत्येक चीज को को सरकार से मत जोड़िए, यह दो परिवारों के बीच का मामला था जिस पर जांच चल रही है।" जनरल वी.के. सिंह(रि.) के इस बयान की घोर आलोचना की गई। कांग्रेस समेत अन्य कई राजनीतिक दलों ने इसकी निंदा की।कांग्रेस प्रवक्ता राजदीप सुरजेवाला ने कहा कि, "यह निंदनीय है, यह शर्मनाक है, साथ ही यह अमानवीय बयान है।" उन्होंने कहा कि वी.के. सिंह का यह बयान मोदी सरकार के दलित समाज के प्रति नजरिए को दर्शाता है। हालांकि बाद में जनरल सिंह ने Twitter किया कि, मेरा बयान उस उद्देश्य से नहीं दिया गया था। मैंने और मेरे लोगों ने देश के लिए अपनी जान दांव पर लगाई है, बिना जाति, रंग और वर्ण को ध्यान में रखते हुए।

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