अब एड्स के इलाज में केला होगा मदतगार

अब एड्स के इलाज में केला होगा मदतगार
नई दिल्ली: केला दिखने में भले ही एक साधारण फल लगता है लेकिन केले का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। केला अपने चमत्कारी गुणों के कारण सामान्य फ्लू और एड्स जैसी गंभीर बीमारी के इलाज में काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

अमेरिका की मिशिगन यूनीवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक शोध के अनुसार केले से सामान्य फ्लू और एड्स जैसी बीमारियों के इलाज की बात जल्द ही हकीकत में बदल सकती है। वैज्ञानिकों ने केले के सभी तत्वों को मिलाकर एक ऎसी दवा बनाई है जिससे एड्स जैसी घातक बीमारी का इलाज भी संभव हो सकता है। वैज्ञानिकों के अनुसार केला में पाया जाने वाला "बनाना लेक्टिक" या "बैनलेक प्रोटीन" एचआईवी की रोकथाम के लिए प्रभावकारी साबित हो रहा है।

उन्होंने कहा कि एड्स के अलावा सर्दी लगने और सामान्य फ्लू के इलाज में भी यह प्रोटीन मदद कर सकता है। वैज्ञानिकों ने पांच वर्ष पहले इस प्रोटीन की खोज की थी लेकिन तब इसके कुछ हानिकारक प्रभाव भी सामने आए थे। अब इन प्रभावों को काफी हद तक कम कर दिया गया है। वैज्ञानिकों ने इस दवा का चूहों पर प्रयोग किया, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए है। प्रयोग के दौरान यह सामने आया कि बैनलेक एचआईवी वायरस के शर्करा कणों पर चिपक जाता है और फिर अपना प्रभाव छो़डते हुए वायरस को तेजी से प्रतिरक्षी तंत्र से बाहर कर देता है।

वैज्ञानिक यह भी पता लगा रहे है कि क्या यह दवा इबोला और अन्य प्रकार के वायरसों के लिए भी इतनी ही प्रभावकारी है। उन्होंने कहा कि जब इस प्रोटीन से पूरी तरह से इलाज किया जाने लगेगा तो इससे टैमीफ्लू जैसी विषाणुरोधी दवा का इस्तेमाल खत्म हो सकता है। फ्लू के प्रभाव को कम करने के लिए लाखों लोग इसका इस्तेमाल करते है लेकिन इसके कुछ हानिकारक प्रभाव भी होते है।

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