मौजूदा समय में सबसे कमजोर है पीएमओ: अरूण शौरी
Oct 26, 2015, 18:30 IST
नई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण शौरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। सोमवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान शौरी ने कहा कि अब लोगों को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की कमी खल रही है। पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) कभी भी इतना कमजोर नहीं था। मोदी सरकार अर्थव्यवस्था नहीं संभाल पा रही है।
सरकार विश्वास करने लगी है कि अर्थव्यवस्था के प्रबंधन का अर्थ है "हेडलाइन्स का प्रबंधन"। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे अरूण शौरी ने प्रसिद्ध पत्रकार टीएन की पुस्तक "टर्न आफ द टॉरटॉइज" के विमोचन समारोह में यह भी कहा कि सरकार की नीतियां बनाने का तरीका कांग्रेस के जैसा ही है। यदि कुछ अलग हैं तो सिर्फ गाय का मुद्दा। नीतियां समान हैं। अर्थव्यवस्था के खराब प्रबंधन के लिए मोदी सरकार की आलोचना करते हुए शौरी ने कहा, मोदी सरकार अर्थव्यवस्था का मैनेजमेंट करने का मतलब "सुर्खियों का मैनेजमेंट" मानती है। यही कारण है कि लोगों ने मनमोहन सिंह के दिनों को याद करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि वास्तव में यह काम करने वाला नहीं है। यह भी कहा, हर व्यक्तिव्यस्त है और हर व्यक्ति बहुत मेहनत कर रहा है, लेकिन यह बडी चीजों में बदलाव नहीं हो रहा है। यह उस समय संप्रग सरकार की भी समस्या थी। उन्होंने कहा कि अगर आप करों के मामलों में अडचनों की बात करें तो असल में इसमें कोई बदलाव नहीं है। विमोचन कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविन्द सुब्र±मण्यम और पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन शामिल हुए। शौरी ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मैंने इतना कमजोर प्रधानमंत्री कार्यालय पहले कभी नहीं देखा।
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्यो का इ तना केन्द्रीकरण नहीं था जितना आज है। बैंक सुधार डेढ साल से बिना वजह अटके हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि उद्योगपति सरकार के खिलाफ बोलने से डर रहे हैं। जो उद्योगपति प्रधानमंत्री से मिलते हैं, वे पूरा सच नहीं बोलते। वे पीएम से कुछ करने को कहते हैं और मीडिया के सामने उन्हें 10 में से 9 अंक दे देते हैं।
सरकार विश्वास करने लगी है कि अर्थव्यवस्था के प्रबंधन का अर्थ है "हेडलाइन्स का प्रबंधन"। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे अरूण शौरी ने प्रसिद्ध पत्रकार टीएन की पुस्तक "टर्न आफ द टॉरटॉइज" के विमोचन समारोह में यह भी कहा कि सरकार की नीतियां बनाने का तरीका कांग्रेस के जैसा ही है। यदि कुछ अलग हैं तो सिर्फ गाय का मुद्दा। नीतियां समान हैं। अर्थव्यवस्था के खराब प्रबंधन के लिए मोदी सरकार की आलोचना करते हुए शौरी ने कहा, मोदी सरकार अर्थव्यवस्था का मैनेजमेंट करने का मतलब "सुर्खियों का मैनेजमेंट" मानती है। यही कारण है कि लोगों ने मनमोहन सिंह के दिनों को याद करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि वास्तव में यह काम करने वाला नहीं है। यह भी कहा, हर व्यक्तिव्यस्त है और हर व्यक्ति बहुत मेहनत कर रहा है, लेकिन यह बडी चीजों में बदलाव नहीं हो रहा है। यह उस समय संप्रग सरकार की भी समस्या थी। उन्होंने कहा कि अगर आप करों के मामलों में अडचनों की बात करें तो असल में इसमें कोई बदलाव नहीं है। विमोचन कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविन्द सुब्र±मण्यम और पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन शामिल हुए। शौरी ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मैंने इतना कमजोर प्रधानमंत्री कार्यालय पहले कभी नहीं देखा।
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्यो का इ तना केन्द्रीकरण नहीं था जितना आज है। बैंक सुधार डेढ साल से बिना वजह अटके हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि उद्योगपति सरकार के खिलाफ बोलने से डर रहे हैं। जो उद्योगपति प्रधानमंत्री से मिलते हैं, वे पूरा सच नहीं बोलते। वे पीएम से कुछ करने को कहते हैं और मीडिया के सामने उन्हें 10 में से 9 अंक दे देते हैं।