अखिलेश ने 33 मंत्रियों को मिली नयी जिम्मेदारी

अखिलेश ने 33 मंत्रियों को मिली नयी जिम्मेदारी
लखनऊ: राज्यपाल रामनाईक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विभागों के बंटवारे के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके तहत 33 मंत्रियों को विभागों का बंटवारा किया गया है। जिनमें 15 कैबिनेट मंत्री, आठ राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 10 राज्य मंत्री शामिल हैं।
जिन 21 मंत्रियों को पिछले दिनों मंत्रिमंडल में प्रमोट किया गया था और नए मंत्री बनाए गए थे, उनको भी विभाग बांट दिए गए हैं। इनके अलावा जिन आठ मंत्रियों के विभाग छीने गए थे उनको भी विभाग बांट दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कारागार मंत्री बलराम यादव और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती अरूण कुमारी कोरी के विभागों में बदलाव किया है।

बलराम यादव को कारागार के स्थान पर माध्यमिक शिक्षा विभाग देकर महत्व दिया गया है जबकि श्रीमती कोरी से महिला कल्याण विभाग ले लिया गया है, उनके पास अब केवल संस्कृति विभाग रहेगा। पहले महिला कल्याण और संस्कृति विभाग दोनों थे। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल की गईं श्रीमती शादाब फातिमा को महिला कल्याण विभाग दिया गया है।
पांच नए कैबिनेट मंत्रियों में अरविंद सिंह गोप के पास ग्राम्य विकास विभाग ही रखा गया है। कमाल अख्तर को भारी-भरकम खाद्य एवं रसद विभाग दे दिया गया है। बलबंत सिंह रामूवालिया को कारागार विभाग देकर महत्व दिया गया है। साहब सिंह सैनी को पिछ़डा वर्ग कल्याण विभाग देकर ज्यादा महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिया गया है।
विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह को कृषि जैसा महत्वपूर्ण विभाग दिया गया है। जिन आठ कैबिनेट मंत्रियों से विभाग छीने गए थे उनमें अहमद हसन को बेसिक शिक्षा जैसा महत्वपूर्ण विभाग दिया गया है। अवधेश प्रसाद से समाज कल्याण जैसा भारी-भरकम विभाग लेकर अब होमगार्ड्स एवं प्रांतीय रक्षा दल विभाग दिया गया है।
पारस नाथ यादव को ग्रामीण अभियंत्रण विभाग दिया गया है। राम गोविंद चौधरी को बेसिक शिक्षा के स्थान पर समाज कल्याण विभाग दिया है। दुर्गा प्रसाद यादव को वन दिया गया है। ब्रहमाशंकर त्रिपाठी के पास होमगार्ड्स एवं प्रांतीय रक्षा दल विभाग था, अब खादी एवं ग्रामोद्योग दिया गया है। रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को अब राजा महेंद्र अरिदमन सिंह वाला स्टाम्प, न्यायालय शुल्क, पंजीयन और नागरिक सुरक्षा विभाग दिया गया है।

इकबाल महमूद के पास पहले मत्स्य और सार्वजनिक उद्यम विभाग था, अब खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग दिया है। महबूब अली को रेशम और वस्त्रोद्योग विभाग दिया गया है। आठ स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों में रियाज अहमद को मत्स्य एवं सार्वजनिक उद्यम जैसा महत्वहीन विभाग दिया गया है।
फरीद महफूज किदवई को प्राविधिक शिक्षा,मूल चंद्र चौहान को उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण,रामसकल गुर्जर को खेल एवं युवा कल्याण विभाग दिया गया है। नितिन अग्रवाल को सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन जैसा महत्व का विभाग दिया गया है।
यासर शाह को परिवहन जैसा महत्वपूर्ण विभाग दिया गया है। मदन चौहान को मनोरंजन कर जैसा कम महत्व का विभाग दिया गया है। जबकि सैय्यदा फातिमा को महिला कल्याण देकर महत्व दिया गया है।

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