उथप्पा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी और खींचा

उथप्पा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी और खींचा
हुबली--भारतीय टीम में वापसी की कवायद में लगे रोबिन उथप्पा ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए 141 गेंदों पर 16 चौकों और छह छक्कों की मदद से 148 रन बनाए।उथप्पा को लंबे समय से टीम इंडिया से अनदेखा किया जा रहा है पर उन्होंने एक बार फिर शानदार बल्लेबाजी करते हुए चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी और खींचा है।कर्नाटक के उथप्पा ने रणजी ट्रॉफी मुकाबले में दिल्ली के ध्रुव शौरी के 1 ओवर में 32 रन बना डाले, लेकिन वे रवि शास्त्री के रणजी ट्रॉफी रिकॉर्ड (1 ओवर में 36 रन) से थोड़े पीछे रह गए।केएससीए स्टेडियम में मुकाबले के पहले दिन उथप्पा ने 23 वर्षीय पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर ध्रुव के 1 ओवर में चार गगनभेदी छक्के और दो चौके लगाए। वैसे यह 30 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज शास्त्री के रिकॉर्ड से चार रन पीछे रहा।उथप्पा ने इस ओवर में चार छक्के और दो चौकों की मदद से 32 रन बटोरकर अपना स्कोर 95 रन से 127 रन पर पहुंचा दिया।आपको बता दें कि शास्त्री ने 1984-85 में बाएं हाथ के स्पिनर तिलक राज के एक ओवर में छह छक्के लगाते हुए 36 रन बनाकर प्रथम श्रेणी में सर गैरी सोबर्स के रिकॉर्ड की बराबरी की थी। उथप्पा ने 16 चौकों व 6 छक्कों की मदद से 141 गेंदों में 148 रनों की पारी खेली। उनके लगातार तीसरे शतक की मदद से कर्नाटक ने ग्रुप 'ए' में पहले दिन 3 विकेट पर 358 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।उथप्पा ने अपना शतक 122 गेंदों पर पूरा किया जो उनका इस सत्र में लगातार तीसरा शतक है। वे बृजेश पटेल के बाद कर्नाटक के दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने रणजी ट्राफी में लगातार तीन मैचों में शतक बनाए।

Share this story