पूर्वाचल में आज भी रेल सुविधाओं का आभाव

पूर्वाचल में आज भी रेल सुविधाओं का आभाव
बलिया: रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश, खासकर पूर्वाचल आज भी रेल सुविधाओं के मामले में काफी पीछे है। ऎसे में इस क्षेत्र के उत्थान के लिए कोई कोर कसर नहीं छो़डी जाएगी। प्रदेश में रेलवे सुविधाएं बढ़ाने के लिए अधिक धन भी दिया गया है। प्रभु ने कहा कि रेलवे के विकास में उप्र को शीर्ष वरीयता पर रखा जाएगा। उप्र में रेल सुविधाओं को बढ़ाने के साथ ही यहां घोषित सारी परियोजनाएं अस्तित्व में लाई जाएंगी, जिनसे यह क्षेत्र अभी तक अछूता रहा है। उप्र के बलिया जिले में रेलमंत्री ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। इस मौके पर रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा व बलिया से सांसद भरथ सिंह भी उपस्थित थे। प्रभु ने सोमवार को बलिया-छपरा रेलखंड के दोहरीकरण व सुरेमनपुर स्टेशन पर उपरगामी पुल का शिलान्यास करने बलिया पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मीटर गेज के डीजल इंजन का लोकार्पण भी किया।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए रेलमंत्री ने कहा कि जरूरत के हिसाब से निवेश न होने की वजह से ही रेलवे अपेक्षित तरक्की नहीं कर पाया है और समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। उप्र में कई प्रमुख रेलखंड दोहरीकरण व विद्युतीकरण से वंचित हैं। उन्होंने कहा, "केंद्र में भाजपा की सरकार बनते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल में निवेश बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया और उसे मूर्त रूप देते हुए आज हम इस दिशा में काफी आगे बढ़े हैं।"
रेलमंत्री ने कहा कि अगले पांच वर्ष की परिस्थतियों को ध्यान में रखकर ही बजट तैयार किया गया था और अगले बजट में इस पहलू पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रभु ने कहा कि पहले रेलवे की टेंडर की प्रक्रिया मंत्रियों की पहल पर पूरी होती थी। इसमें व्यापक बदलाव करते हुए अब इसे अधिकारियों के हवाले कर दिया गया है।

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