उत्तर प्रदेश की औघोगिक प्रगति को देखकर काफी खुश हूं: रतन टाटा
Nov 27, 2015, 18:30 IST
शुक्रवार को उन्नाव के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने यूपी को खूब सराहा। रतन टाटा ने कहा कि आने वाले दिनों में वह यूपी में अपने बिजनेस को विस्तार दे सकते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा, मैं प्रदेश की औघोगिक प्रगति को देखकर काफी खुश हूं। इन सब के लिए बस इतना कह सकता हूं फैंटास्टिक।'' वहीं, कार्यक्रम में मौजूद सीएम अखिलेश यादव ने रतन टाटा और टाटा ग्रुप की तारीफ करते हुए कहा, ''इन्होंने देश में बहुत से विकास के काम किए हैं। इनकी जितनी तारीफ की जाए, कम है। प्रदेश में भी टाटा समूह ने बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार दिए हैं। अगर यूपी में उद्योगपति आते हैं तो प्रदेश तेजी से विकास की ओर बढ़ेगा।''
जिले के सिकंदरपुर कर्ण ब्लाक के बेथर गांव में अरुणिमा फाउंडेशन के शहीद चंद्रशेखर आजाद विकलांग खेल अकादमी प्रोस्थेटिक रिसर्च सेंटर का मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व उद्यमी रतन नवल टाटा ने शिलान्यास किया। 44 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित इस अकादमी के लिए फिलहाल सरकार और टाटा समूह की तरफ से किसी प्रकार की सहायता घोषणा नहीं की गई।
एवरेस्ट फतह करने वाली विकलांग पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा के हौसले को सलाम करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को यहां कहा कि देश और दुनिया के लिए यह बेटी उदाहरण बन गई है। जनता दरबार में जब अरुणिमा मुझसे मिली थी तब उसने एवरेस्ट पर चढऩे के अपने सपने के बारे में बताया था। उस समय मुझे भी विश्वास नहीं हुआ लेकिन उसने कर दिखाया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि सपने देखो तो बड़े देखा, उन्हें पूरा करने का संकल्प लो तो बड़ा लो। अरुणिमा नौजवानों के लिए उदाहरण है।
जिले के सिकंदरपुर कर्ण ब्लाक के बेथर गांव में अरुणिमा फाउंडेशन के शहीद चंद्रशेखर आजाद विकलांग खेल अकादमी प्रोस्थेटिक रिसर्च सेंटर का मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व उद्यमी रतन नवल टाटा ने शिलान्यास किया। 44 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित इस अकादमी के लिए फिलहाल सरकार और टाटा समूह की तरफ से किसी प्रकार की सहायता घोषणा नहीं की गई।
एवरेस्ट फतह करने वाली विकलांग पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा के हौसले को सलाम करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को यहां कहा कि देश और दुनिया के लिए यह बेटी उदाहरण बन गई है। जनता दरबार में जब अरुणिमा मुझसे मिली थी तब उसने एवरेस्ट पर चढऩे के अपने सपने के बारे में बताया था। उस समय मुझे भी विश्वास नहीं हुआ लेकिन उसने कर दिखाया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि सपने देखो तो बड़े देखा, उन्हें पूरा करने का संकल्प लो तो बड़ा लो। अरुणिमा नौजवानों के लिए उदाहरण है।