दोबारा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रह सकते है अमित शाह

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brijesh3 Dec 2015 6:30 PM GMT
आरएसएस अमित शाह को बेहद मेहनती नेता मानता है, यही वजह है कि शाह का भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी पर जमे रहना साफ नजर आ रहा है। दिसंबर में उनका कार्यकाल पूरा होने जा रहा है और माना जा रहा है कि आरएसएस के प्रिय होने के कारण उन्हें दूसरा टर्म मिलना तय है। आरएसएस ने उन्हें बदलने का विरोध कर दिया है।
भाजपा से नाराज चल रहे पार्टी के कई नेताओं को उम्मीद थी कि दिल्ली के बाद लगातार दूसरी हार के बाद संघ शाह को लेकर कुछ कड़े फैसले लेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। संघ लालू-नीतीश के मजबूत सामाजिक गठबंधन को बिहार में मिली हार की वजह मान रहा है। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा और शांता कुमार जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा चीफ को इस हार का जिम्मेदार ठहराया था।
यह जरूर कहा जा रहा है कि संघ अपने स्तर से बिहार चुनाव में मिली हार का विश्लेषण कर सकता है। फिलहाल इसकी गाज अमित शाह पर तो नहीं गिरने वाली है। शाह का समर्थन करने वाले नेताओं का कहना है कि शाह की अगुवाई में यूपी लोकसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल हुई। इसके अलावा पार्टी ने हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में भी शानदार प्रदर्शन किया।
भाजपा से नाराज चल रहे पार्टी के कई नेताओं को उम्मीद थी कि दिल्ली के बाद लगातार दूसरी हार के बाद संघ शाह को लेकर कुछ कड़े फैसले लेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। संघ लालू-नीतीश के मजबूत सामाजिक गठबंधन को बिहार में मिली हार की वजह मान रहा है। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा और शांता कुमार जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा चीफ को इस हार का जिम्मेदार ठहराया था।
यह जरूर कहा जा रहा है कि संघ अपने स्तर से बिहार चुनाव में मिली हार का विश्लेषण कर सकता है। फिलहाल इसकी गाज अमित शाह पर तो नहीं गिरने वाली है। शाह का समर्थन करने वाले नेताओं का कहना है कि शाह की अगुवाई में यूपी लोकसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल हुई। इसके अलावा पार्टी ने हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में भी शानदार प्रदर्शन किया।
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