काली कोट का काला आतंक

काली कोट का काला आतंक
लखनऊ -इन्हें कानून का ज्ञान है लोगों के मामलों को साल दर साल लटकाने में अहम भूमिका निभाने वाले वकीलों ने कानून की जम कर धज्जियाँ उड़ाईं मंगलवार को हुई अधिवक्ता श्रवण की हत्या के विरोध में वकीलो ने जमकर बवाल काटा है। अपने साथी की हत्या से नाराज सैकड़ो वकीलों ने बुधवार को हाईकोर्ट चौराहा जाम किया। उसके बाद कई वाहनो में आगजनी भी की है। आक्रोशित वकीलों ने पहले श्रवण के हत्यारे की गिरफ़्तारी की मांग और सरकार से पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है। इस दौरान आक्रोशित वकीलों ने स्वास्थ्य भवन पर भी पथराव किया और जब वहा के कर्मचारियों ने विरोध किया तो परिसर में खडे अम्बेजडर , जिप्सी और बाइको को आग के हवाले कर दिया। नाराज वकील लगातार आंदोलित है और उग्र प्रदर्शन कर रहे है। प्रदर्शन को देखते हुए लगातार फायर ब्रिगेड की गाड़िया और पुलिस के आलाधिकारी कमिंग इलाके को किये हुए है।  इसके पहले भी वकीलों का जत्था कई बार अदालतों से ज्यादा सडकों पर सक्रीय बने रहते हैं कहीं किसी वकील के साथ मामूली कहासुनी हुई तो जैसे इन्हें मौका मिल जाता है समय काटने का तुरंत फ़ौज तैयार हो जाती है मारने पीटने को वैसे तो यह पढ़े लिखों का क्षेत्र माना जाता है लेकिन गंभीर से गंभीर मामलों में कई वर्षों तक धीरज बांधने वालों का धीरज जवाब दे जाता है जैसे ही इनके ऊपर कोई बात आती है । वरिष्ठ वकीलों का मानना है की उपद्रव में ऐसे ही लोग शामिल रहते हैं जिन्हें वकालत से कोई लेना देना नहीं होता है इस कृत्य से इस पेशे की छवि भी ख़राब होती है ।

Share this story