क्योंकि यह गुरु जी हैं ,क्या इसीलिए इन्हें किसी के शिक्षा की जरुरत नहीं

क्योंकि यह गुरु जी हैं ,क्या इसीलिए इन्हें किसी के शिक्षा की जरुरत नहीं
गोण्डा -क्योंकि यह गुरु जी हैं और इनका काम लोगों को शिक्षा देना है लेकिन लगता है कि यह अपना कर्तव्य भूल गए हैं इनको लगता है कि यह केवल लोगों को शिक्षा दे सकते हैं और इन्हें किसी के शिक्षा की कोई भी जरुरत नहीं है तभी तो कुछ शिक्षक लाख कोशिशों के बावजूद सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं और उन शिक्षकों का भी मनोबल तोड़ने का काम करते हैं एक तरफ जहाँ कुछ शिक्षक शिक्षा के उच्च आदर्शों को स्थापित करते हैं और उन्हें सरकार द्वारा सम्मानित तो किया जाता है समाज में भी उनके उच्च आदर्श होते हैं |

हर ब्लाक में मौजूद होते हैं खंड शिक्षा अधिकारी

जिले में शिक्षा विभाग की स्थिति को सुधारने के लिए जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने अपने हाथ में व्यवस्था ली और इसके लिए खंड विकास अधिकारीयों को निर्देश दिया की वह शिक्षा विभाग में औचक निरिक्षण करें बेसिक शिक्षा को दुरुस्त करने के लिये प्राइमरी व जूनियर हाई स्कूलों में छापेमारी करायी. 44 विद्यालयों में छापेमारी की गयी जिसमें 5 अध्यापक ड्यूटी से बिना सूचना गायब मिले जब की ज्यादातर अध्यापकों ने अवकाश का प्रार्थना पत्र दे रक्खा था. निरीक्षण में बच्चों के बजाय अधिकतर अध्यापकों की ही उपस्थिती कम पायी गयी है. जिलाधिकारी ने बीडीओ द्वारा दी गयी रेपोर्ट को गम्भीरता से लेते हुये कार्यवाही कर दी है. वही डीएम के आदेश पर कस्तूरबा गाँधी विद्यालय छपिया का औचक निरीक्षण नायब तहसीलदार मनकापुर द्वारा व कलेक्ट्रेट भूलेख अनुभाग का औचक निरीक्षण अपर उपजिलाधिकारी राम विलास राम द्वारा किया गया. कस्तूरबा गाँधी विद्यालय छपिया में हेड कुक नीता देवी बिना सूचना गायब मिलीं तथा अकाउण्टेण्ट उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर करके गायब मिले. डीएम ने दोनों कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस देने व एक दिन का वेतन काटने के आदेश बीएसए को दिये हैं|


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