सी एम एस बोले धोबी बिस्तर नहीं धुलता मनमानी करता है साहब

सी एम एस बोले धोबी बिस्तर नहीं धुलता मनमानी करता है साहब
गोंडा -गोंडा में सुस्त पड़े तंत्र में जैसे जान आ गई जो अधिकारी आराम तलब हो गए थे अब वे भरी दुपहरी में भी दौड़ रहे हैं बदलाव केवल मुखिया का हुआ है लेकिन पुरे सिस्टम में बदलाव दिख रहा है लेकिन अपनी ड्यूटी से ज्यादा समय केवल समय बिताने वाले कर्मचारियों में सुधार का प्रतिशत कम ही दिख रहा है उपस्थिति होने लगी है लेकिन काम करने का कल्चर अभी नहीं दिख रहा है और हो भी क्यों न आखिर यह जिला गोंडा है |
जिला अस्पताल व अन्य सरकारी विभागों के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतों का संज्ञान लेते हुए डीएम आशुतोष निरंजन ने तीन टीमें बनाकर जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, जिला अल्प संख्यक कल्याण विभाग, जिला उद्यान विभाग सहित सीएचसी परसपुर, मनकापुर व तरबगंज में छापेमारी की गई।
डीएम श्री निरंजन ने सीडीओ जयन्त कुमार दीक्षित व एसडीएम सदर अविनाश कुमार को जिला अस्पताल, सिटी मजिस्ट्रेट अरूण कुमार शुक्ला व डीडीओ यशवन्त सिंह को महिला अस्पताल व एडीएम त्रिलोकी सिंह, अपर उपजिलाधिकारी राम विलास राम तथा प्रशासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट ओ0पी0 वर्मा को विकास भवन स्थित अल्प संख्यक कल्याण विभाग के दफ्तर में छापेमारी करने के आदेश दिए। निरीक्षण के दौरान ज्ञात हुआ कि अस्पताल में कार्यरत आउटसोर्सिंग स्टाफ द्वारा मनमानी की जाती है और मैटर्न व नियमित स्टाफ नर्सें भी मरीजों व साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखती हैं। इसके अलावा डाक्टरों द्वारा मरीजों को ऐसी दवाएं लिखी जाती है जिनकी आपूर्ति जिला अस्पताल में पांच माह पहले से नहीं हुई है। इससे मरीज बाहर से दवाएं खरीदने पर विवश हो रहे हैं। जिला अस्पताल में रोगी सहायता केन्द्र काउन्टर से आपरेटर संजय यादव व मैनेजर अनिल कुमार वर्मा नदारद मिले तथा काउन्टर पर कोई भी कर्मचारी रोगियों की सहायता के लिए नहीं मिला। इस प्रकरण पर एसडीएम ने संविदा कर्मी को स्पष्टीकरण देकर दो दिन के भीतर जवाब मांगा है क्यों न उसकी संविदा समाप्त कर दी जाय। पर्चा काउन्टर पर पर्चा बनवाने के लिए लम्बी लाइन देखकर सीडीओ ने अतिरिक्त काउन्टर बनाकर पर्चा बनाने के आदेश दिए। बर्न वार्ड में स्थापित वाश रूम में गन्दगी का अम्बार मिला जिसे देखकर सीडीओ व एसडीएम सदर ने सीएमएस व मैटर्न को वहीं पर कड़ी फटकार लगाते हुए एक सप्ताह में सुधार लाने के निर्देश के साथ मैटर्न से स्पष्टीकरण तलब किया है। ड्रग स्टोर के निरीक्षण में ज्ञात हुआ कि जिला अस्पताल सहित पूरे जनपद में पैरासीटामाल दवा नहीं है। इस प्रकरण पर डीएम ने शासन को पत्र लिखने के निर्देश सीएमओ को दिए हैं। इसके अलावा मैटर्न आशा सिंह द्वारा कर्मचारियों की उपस्थिति सीन न किए जाने एवं साफ-सफाई का ध्यान न दिए जाने पर स्पष्टीकरण तलब किया गया है, वहीं बर्न वार्ड में सफाई न करने पर सफाईकर्मी शिवा की संविदा समाप्त करने के आदेश दिए गए हैं। जिला अस्पताल में स्थापित मण्डलीय ड्रग वेयर हाउस हैण्डओवर हो जाने के बावजूद दवाओं का रखरखाव शून्य पाया गया जिस पर मुख्य फार्मासिस्ट से जवाब तलब किया गया है। वार्डों में बिस्तरों की स्थिति बेहद खराब पाई गई।
साहब धोबी बिस्तर नहीं धुलता है
प्रकरण पर सीएमएस से जवाब पूछने पर पता चला कि धोबी बिस्तर नहीं धुलता है ओर मनमानी करता है। इसके अलावा सीडीओ व एसडीएम सदर ने टीबी वार्ड, इमरजेन्सी वार्ड, ब्लड बैंक, ड्रग स्टोर आदि का निरीक्षण किया।
महिला अस्पताल में कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण करने पर चार कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। डीएम ने चारों कर्मचारियों का वेतन रोकते हुए तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण तलब किया है। जननी सुरक्षा योजना की पड़ताल करने पर ज्ञात हुआ कि विगत वर्ष एवं वर्तमान वित्तीय वर्ष की लगभग एक हजार लाभार्थियों का भुगतान नहीं किया गया है। जांच करने पर पता कि महिलाओं का खाता संख्या होने के बावजूद भुगातन नहीं किया जा रहा है। इस मामले पर डीएम नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि जननी सुरक्षा योजना के तहत लम्बित भुगतान एक सप्ताह के भीतर हर हाल में कर दिण् जायं। अस्पताल में नवजात बच्चों का जीवन रक्षक उपकरण पल्स आक्सीमीटर जो कि मानकानुरूप दो होना चाहिए परन्तु एक ही पाया गया। मौजूद एक मात्र आक्सीमाीटर भी खराब पाया गया। अस्पताल परिसर में कचरा निस्तारण की स्थिति अत्यन्त खराब मिली जिस पर सीएमएस को चेतावनी जारी कर एक सप्ताह में सुधार लाने के आदेश दिए हैं। अस्पताल में पीने की पानी की व्यवस्था भी शून्य मिली जिस पर सीएमएस को फटकार लगाई गई है।
मदरसों के नाम पर भी हो रहा है फर्जीवाडा
जिला अल्पसख्ंयक कल्याण विभाग में मदरसे की फाइलें अपूर्ण पाईं गई। जवाब तलब करने पर कोई भी कर्मचारी मदरसों से सम्बन्धित ब्योरा नहीं दे पाए। डीएम ने इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए जनपद के सभी 338 मदरसों का टीम बनाकर सत्यापन कराने का निर्णय लिया है। मदरसों के सम्बन्ध मंे फर्जीं आकड़ों की शिकायत का संज्ञान लेते हुए डीएम श्री निरंजन ने कहा कि मदरसों की जांच कराई जाएगी और फर्जी पाए जाने पर अधिकारी व मदरसा संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर जेल भेजा जाएगा। इसके अरापन्त सीडीओ जयन्त कुमार दीक्षित ने जिला उद्यान विभाग में छापेमारी की जहां पर सभी कर्मचारी उपस्थित पाए गए। अभिलेखों की जांच पड़ताल में सहायक उद्यान निरीक्षक अनिल कुमार शुक्ला की जीपीएफ पासबुक अपूर्ण व अद्यतन नहीं मिली। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग में शिकायतों पर डीएम के निर्देश पर सीएचसी मनकापुर में एसडीएम मनकापुर वी0के0 सिंह व सीचसी तरबगंज में एसडीएम जगदीश सिंह तथा सीएचसी परसपुर में एसडीएम करनैलगंज द्वारा औचक निरीक्षण किया गया।
अब चेतावनी नहीं सीधे निलंबन होगा
छापेमारी के दौरान प्राप्त खामियों पर डीएम ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अब सरकारी दफ्तरों में नियमित छापेमारी कराई जाएगी तथा सुधार न मिलने पर चेतावनी और स्पष्टीकरण नही दिया जाएगा बल्कि सीधे निलम्बन की कार्यवाही होगी।
जिलाधिकारी द्वारा लगातार दिए जा रहे चेतावनी के बावजूद निरंकुश कर्मचारी अपने मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं लेकिन गोंडा में कर्मचारी नौकरी से ज्यादा राजनीती में दिलचस्पी लेते हैं और कुछ तो इतने निरंकुश हैं की वे चाहते हैं कि सस्पेंड हो जाए और फिर बिना काम किये की खाते रहे |

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