आस भरी निगाहों से बच्चे की इंतजारी करती एक विकलांग माँ

आस भरी निगाहों से बच्चे की इंतजारी करती एक विकलांग माँ
रायबरेली-जहाँ एक और पूरी दुनिया में मदर दे मना रही है और मदर डे पर हर ओर बड़ी बड़ी बाते हो रही है लेकिन समाज में रहने वाली इस बूढ़ी माँ और विकलांग पिता को देख कर सायद ही लोग कुछ और ही सोचे इस जननी की दशा तो और ही कुछ बयां कर रही है मामला रायबरेली जिले के जलाल पुर धइ गाव का है जहाँ ये परिवार भूखों मर रहा है पर देखने या सुनने वाला कोई नहीं ज़रा गौर से देखिये इस बुजुर्ग महिला को इस बुजुर्ग महिला के साथ इसके पास बैठे इस यूवक को आप देख कर दंग रह जायेगे इस 70 साल की बुजुर्ग उदय भान सिंह (पीड़ित पिता ) के साथ उसका बेटा भी विकलांग है दर असल इन पीड़ितो का परिवार भी है दबी जुबानों से लोगो ने बताया की इनके दो बच्चे है फिर भी इन्हे इतना झेलना पड़ रहा है एक लड़के की शादी की परिवार को लेकर कही बाहर रहने लगा और दूसरे लड़के ने इन बेचारो का जीना दूभर कर दिया-वही पीड़ित की माने तो हमारी माता जी जो दोनों आँखों से देख नहीं सकती है मेरे लड़के ने इतना हम दोनों परिजनों को इतना परेशान कर दिया है हमलोगो को घर में भी नहीं रहने देता और घर के अंदर से दरवाजों को बंद कर लेता है जिससे हम लोगो को बाहर ही रहना पड़ता है कई बार पुलिस को सूचना भी दी लेकिन कोई भी सुधार नहीं हुआ आये दिन हम लोगो को प्रताड़ना का शिकार होना पद रहा है और भूख मिटाने के लिए मोहल्ले वालो या गाव के लोगो से कुछ मिल जाता है जिससे हमारी जिंदगी चल रही है वही कमला (विकलांग की माँ ) की पीड़ित माँ की माने तो इतने बुरे दिन आने के बाद भी उनके मन में औलाद के लिए प्रेम भावना कम न हुई और अपने नाती का बचाव करते हुए उन्होंने इस पुरे घटना कर्म का दोषी भगवान को ही बना डाला पीड़िता ने कहा की भगवान ने हम सबको ही परेशान कर के रखा महताब अहमद

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