चुनाव में धनबल और बाहुबल को रोकेगा एडीआर

चुनाव में धनबल और बाहुबल को रोकेगा एडीआर
लखनऊ- एसोसिएशन आफ डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) यूपी इलेक्शन के एक लाख वालंटियर उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में 40 विधानसभा क्षेत्रों को मॉडल बना कर वहां साफ सुथरे छवि के उम्मीदवारों को चुनने व प्रचार में धनबल व बाहुबल के प्रसार को रोकने की रणनीति पर काम करेंगे। इलेक्शन वॉच ने राज्यसभा व विधान परिषद के चुनावों में व्हिप का सिस्टम खत्म करने व विधायकों को अपनी पसंद के प्रत्याशी को चुनने की स्वतंत्रता दिए जाने की वकालत की है। इलेक्शन वॉच का कहना है कि भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ने राज्यसभा व विधान परिषद के चुनावों में व्हिप सिस्टम खत्म किए जाने की बात करते हुए इन्हें पार्टी लाइन से अलग किए जाने की वकालत की है। उन्होंने भी इलेक्शन वॉच के इन चुनावों में खुला वोट दिए जाने की बात से सहमति जतायी है। इलेक्शन वॉच ने देश भर में लोकसभा के साथ ही विधानसभाओं, पंचायत व स्थानीय निकायों के चुनाव एक साथ कराने की मांग की है जिस पर चुनाव आयोग को फैसला लेना है। उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में इलेक्शन वॉच की रणनीति व कार्ययोजना को लेकर शनिवार को राजधानी लखनऊ में संगठन की कोर कमेटी की एक बैठक हुयी। एडीआर इलेक्शन वॉच के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मेजर जनरल (से.नि.) अनिल वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कोर कमेटी ने उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनावों में पूरे प्रदेश में बुंदेलखंड की सभी 19 विधान सभा सीटों व बाकी के सात हिस्सों में प्रत्येक में दो -दो विधानसभा सीटों को मॉडल बना कर कुल 40 सीटों पर चुनाव सुधार का सघन अभियान चलाने व साफ सुथरी छवि के प्रत्याशी को विजयी बनाने का संकल्प लिया है। चुनाव सुधारों के नारे के साथ इलेक्शन वॉच प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पदयात्राएं निकालेगा व लोगों को जागरुक करेगा। उन्होंने बताया कि पंचायत चुनावों के दौरान मेरा गांव मेरा वोट के नारे के साथ यूपी इलेक्शन वॉच ने प्रदेश के कई जिलों में मतदाता जागरुकता का सघन अभियान चलाया था जिसमें १२४८५ महिलाओं व २२३३६ पुरुषों की भागीदारी रही थी। इस अभियान का एक प्रमुख उद्देश्य प्रदेश भर में एक लाख वालंटियर का नेटवर्क तैयार करना था जो २०१७ के विधानसभा चुनावों के दौरान चुनाव सुधारों को लेकर सक्रिय भूमिका निभाएंगे। इलेक्शन वॉच की योजना उत्तर प्रदेश के आगामी विधान सभा चुनावों में हर विधानसभा क्षेत्र में अपने वालंटियरों की पहुंच बनाने की है। इलेक्शन वॉच की भूमिका उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के दौरान वॉच डॉग की होगी जो मतदाताओं को राजनैतिक दलों, प्रत्याशियों के बारे में ताजा-तरीन जानकारी उपलब्ध कराएगा व चुनावों में बाहुबल व धनबल के प्रयोग के बारे में जानकारी देते हुए मतदाताओं को जागरुक करने का काम करेगा। यूपी इलेक्शन वॉच विधान सभा चुनावों के दौरान प्रत्याशियों को पांच साल के दौरान किए गए कामों, आपराधिक रिकार्ड, धनबल और बाहुबल के चुनावों में प्रयोग जैसे मुद्दों पर मतदाताओं को जानकारी उपलब्ध कराते हुए मतदान में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा। यूपी के विधान सभा चुनावों के दौरान इलेक्शन वॉच हाल में संपन्न हुए पांच राज्यों को चुनावों की तर्ज पर मतदाताओं की प्राथमिकताएं जानने, चुने गए जनप्रतिनिधियों के प्रदर्शन को आंकने और चुनावों में जाति, धर्म, अपराधियों व धन के इस्तेमाल जैसे जानकारियों को हासिल कर उनकी समीक्षा कर रिपोर्ट पेश करेगा। वर्मा ने बताया कि हाल में संपन्न हुए तमिलनाडू, आसाम, केरल, पश्चिम बंगाल प पांडिचेरी के चुनावों में इलेक्शन वॉच की स्थानीय टीमों ने यह काम किया था और मतदाताओं को जागरुक करने का सघन अभियान चलाया था। उन्होंने बताया कि इलेक्शन वॉच अपने जागरुकता अभियान को सफल बनाने के लिए सभी उपलब्ध प्रचार माध्यमों की भी मदद लेगा। आईटी तकनीकी के जरिए लोगों तक अद्यतन जानकारी पहुंचाने के लिए इलेक्शन वॉच गूगल के साथ भी गठजोड़ करेगा। मेजर जनरल अनिल वर्मा ने बताया कि एडीआर ने देश की छह प्रमुख राजनैतिक पर्टियों को आऱटीआई के दायरे में लाने को लेकर एक जनहित याचिका दायर की थी जिस पर सुप्रीम कोर्ट में अगले महीने सुनवाई होगी। एडीआर के सीईओ ने बताया कि उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनावों के दौरान मतदाताओं को उनके क्षेत्र विशेष के प्रत्याशियों के बारे में आपराधिक, आर्थिक व शैक्षिक रिकार्ड की जानकारी एसएमएस व मोबाइल के जरिए उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही एडीआर वेबसाइट व ब्लाग के जरिए चुनावों के बारे में सभी अद्यतन जानकारियां मदाताओं को उपलब्ध कराने का काम करेगा।

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