प्रवक्ता पद से छुट्टी के बाद अब पश्चाताप करेंगी अलका लाम्बा
Jun 15, 2016, 18:30 IST
नयी दिल्ली: आम आदमी पार्टी की अंतर्कलह भी आम हो गई है अलका लाम्बा वैसे भी चर्चा में बनी रहती थी अब उनके एक बयान के वजह से उन्हें पार्टी ने प्रवक्ता पद से हटा दिया है आम आदमी पार्टी के दो शीर्ष नेताओं के बीच खिंची तलवार में पार्टी ने गाज विधायक अलका लांबा पर गिराई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली के चांदनी चौक से आप विधायक अलका लांबा को पार्टी ने प्रवक्ता पद से निलंबित कर दिया है. संसदीय सचिव विवाद में पहले से ही उनकी विधानसभा सदस्यता पर संशय बरकरार है.
पश्चाताप करेंगी अलका लाम्बा
प्रवक्ता पद से छुट्टी के बाद अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा कि मैं पार्टी के फैसले का सम्मान करती हूं और मैं अनुशासित कार्यकर्ता हूं और अनजाने में कोई गलती हुई तो उसका पश्चाताप करूंगी.
पार्टी लाइन से हट कर दिया था बयान
प्राप्त जानकारी के अनुसार अलका लांबा पर दिल्ली के परिवहन मंत्री रहे गोपाल राय के बारे में दिए गए बयान के कारण कार्रवाई हुई है. 'आप' पार्टी का कहना है कि अलका ने पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया था कि प्रीमियम बस घोटाले में आरोप लगने पर गोपाल राय ने इस्तीफा दिया है क्योंकि जांच हो सके.
गलत सन्देश जाने का डर था पार्टी को
गौरतलब है कि 'आप' पार्टी और केजरीवाल सरकार ने उनकी खराब सेहत का हवाला देते हुए कहा था कि आस्वस्थ होने के कारण गोपाल राय ने परिवहन विभाग छोड़ा है जबकि अलका लांबा के बयान से ये संदेश गया कि घोटाले के आरोप के कारण गोपाल राय को अपने पद का त्याग करना पड़ा. अलका लांबा का यह बयान तब सामने आया जब गोपाल राय घोटाले के मामले में एसीबी के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए थे.
पश्चाताप करेंगी अलका लाम्बा
प्रवक्ता पद से छुट्टी के बाद अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा कि मैं पार्टी के फैसले का सम्मान करती हूं और मैं अनुशासित कार्यकर्ता हूं और अनजाने में कोई गलती हुई तो उसका पश्चाताप करूंगी.
पार्टी लाइन से हट कर दिया था बयान
प्राप्त जानकारी के अनुसार अलका लांबा पर दिल्ली के परिवहन मंत्री रहे गोपाल राय के बारे में दिए गए बयान के कारण कार्रवाई हुई है. 'आप' पार्टी का कहना है कि अलका ने पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया था कि प्रीमियम बस घोटाले में आरोप लगने पर गोपाल राय ने इस्तीफा दिया है क्योंकि जांच हो सके.
गलत सन्देश जाने का डर था पार्टी को
गौरतलब है कि 'आप' पार्टी और केजरीवाल सरकार ने उनकी खराब सेहत का हवाला देते हुए कहा था कि आस्वस्थ होने के कारण गोपाल राय ने परिवहन विभाग छोड़ा है जबकि अलका लांबा के बयान से ये संदेश गया कि घोटाले के आरोप के कारण गोपाल राय को अपने पद का त्याग करना पड़ा. अलका लांबा का यह बयान तब सामने आया जब गोपाल राय घोटाले के मामले में एसीबी के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए थे.