मंदिर जो देता है संकेत कब और कितनी होगी बारिश

मंदिर जो देता है संकेत कब और कितनी होगी बारिश
कानपुर-अगर बारिश के बारे में पूर्वानुमान आपको एक मंदिर से मिलने लगे तो आप उसे चमत्कार ही मानेंगे उससे भी बड़ा चमत्कार यह कि बारिश से पहले जहाँ पत्थरों से बूंदें टपकने लगती हैं वहीँ बारिश शुरू होते ही पत्थर बिलकुल सूख जाते हैं | ऐसे ही कुछ चमत्कार के कारण आस्था के आगे विज्ञान भी नतमस्तक हो जाता है |

कानपुर में स्थित है यह मंदिर

कानपुर नगर के घाटमपुर के भीतर गाँव विकास खंड मुख्यालय से लगभग 3 किलोमीटर दूर गाँव बेहता बुजुर्ग मंदिर इतना विचित्र है कि यहाँ बारिश आने का आभास सात दिन पहले ही हो जाता है वैसे आपको बता दे कि ये मंदिर उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में स्थित भगवान जगन्नाथ का मंदिर है ! और ये अपनी इस विचित्र विशेषता के लिए अत्यधिक प्रसिद्ध है ! हालांकि इस मंदिर के बारे में बहुत से वैज्ञानिकों और मीडिया वालों ने जानने की कोशिश भी की पर कुछ खास जानकारी हाथ नहीं लगी अब भगवान की इस अदभुत माया को ढूंढना इतना आसान तो नहीं होगा न ! गौरतलब है कि ये मंदिर इतना रहस्य्मय है कि इसके बारे में केवल इतना पता चला है कि इसका अंतिम जीर्णद्वार ग्यारहवीं सदी में हुआ था उससे पहले किसने इस मंदिर का निर्माण किसने नीव रखी इसकी जानकारी किसी को भी नहीं है !
अपने आप में रहष्य है यह मंदिर
बारिश आने की सूचना से किसानों और लोगों को काफी राहत मिल जाती है ! इस मंदिर में कई भगवानो जैसे कि भगवान जगन्नाथ,बलदाऊ,बहन सुभद्रा और हा सूर्य देव और पद्मनाभम की मुर्तिया भी स्थापित है ! इस मंदिर की दीवारे भी काफी मोटी है ! पर जब मौसमी बारिश का समय आता है तब अचानक पत्थर से बारिश जैसी बुँदे टपकने लगती है ! पर यहाँ भी एक विचत्र बात ये है कि बारिश शुरू होने पर ही पत्थर सूख जाता है ! अब इससे ज्यादा और रहस्मयी मंदिर की स्थापना कहा हो सकती है ! मंदिर के पुजारी जी का कहना है कि इस मंदिर का आकर बौद्ध मठ जैसा है ! इसलिए कुछ लोगों का मानना है कि ये मंदिर जरूर सम्राट अशोक ने बनवाया होगा ! वैसे मंदिर के बाहर मोर और चक्र की आकृति देख कर कुछ लोग इसे सम्राट हर्षवर्धन से भी जोड़ते है ! वो कहते है न जिस जगह का रहस्य जितना गहरा होता है उसकी कहानियों की संख्या भी उतनी ही ज्यादा होती है ! जिस मंदिर के बारे में वहां के लोग खुद स्पष्ट रूप से कुछ नहीं जानते तो ऐसे में रहस्य को जानने की उत्सुकता तो होगी ही न ! इसलिए अगर कभी आप इस रहस्य्मय मंदिर में जाये तो इसे जानने की कोशिश जरूर करियेगा !

इस बार जबरदस्त बारिश के संकेत दे रहा मंदिर

स्थानीय लोगों का कहना है कि जब भी बारिश होनी होती है तो गुम्बद में लगे पत्थर से पानी टपकने लगने लगता है इस बार लगातार पानी टपक रहा है और इससे माना जा सकता है कि अच्छी बारिश हो सकती है मंदिर की खासियत है कि अच्छी बारिश और कमजोर बारिश के भी संकेत देता है अबकी बार भीषण बारिश के आसार हैं अगर बुँदे टपकती हैं तो माना जाता है की बारिश हलकी होगी लेकिन लगातार टपकने से माना जाता है की मुशलाधर बारिश होगी |

पुरातत्व विभाग की टीम भी कर चुकी सर्वे


पुरातत्व विभाग की टीम ने भी सर्वे किया लेकिन अभी तक इस बारे में कोई भी निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है कि यह मंदिर कब बना होगा पुराना मंदिर होने के बावजूद इस मंदिर की स्थिति अभी ठीक दिखती है , सरकार से मदद नहीं मिली है और न ही इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है |

अवनीश कुमार

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