भारत को मिली बड़ी सफलता बनेगा MTCR का सदस्य

भारत को मिली बड़ी सफलता बनेगा MTCR का सदस्य
नई दिल्ली -एन एस जी में सदस्यता में सफलता न मिलने के बाद भी एम टी सी आर में सदस्य बनकर भारत ने उपलब्धि पाई है भारत आज मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम यानी MTCR का आज सदस्य बन जाएगा। 34 देशों के इस समूह में शामिल होना भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी है। इस ग्रुप का सदस्य बनने के बाद अब भारत दूसरे देशों के साथ हाई-एंड मिसाइल तकनीक को साझा कर सकेगा। चीन से पहले भारत ने मारी इंट्री भारत की यह सदस्यता इस लिहाज से भी अहम है कि NSG में एंट्री को लेकर रोड़े अटकाने वाला चीन MTCR का सदस्य नहीं है और भारत ने उससे पहले ही इस समूह में अपनी जगह पक्की कर ली है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि विदेश सचिव एस जयशंकर आज फ्रांस, नीदरलैंड और लक्ज़मबर्ग के राजदूतों की मौजूदगी में MTCR की सदस्यता पर साइन करेंगे। इटली ने विरोध के सुर को दिया लगाम MTCR में भारत की सदस्यता को लेकर इटली विरोध कर रहा था। इटली के विरोध की मुख्य वजह उसके दो नौसैनिकों पर भारत में चल रहा हत्या का मुकदमा था लेकिन नौसैनिकों के इटली लौटने के फैसले के बाद इटली का सुर भी नरम हुआ और भारत की राह आसान हो गई। क्या है MTCR? MTCR यानि मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम MTCR 34 देशों का समूह दुनियाभर में मिसाइल के प्रसार को रोकना मानवरहित हथियार पर भी रोक लगाने का काम मिसाइल क्षमता 300 किलोमीटर के दायरे में रहे चीन और पाकिस्तान नहीं हैं सदस्य क्या होंगे फायदे मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम का सदस्य बनेगा भारत मानवरहित ड्रोन ख़रीद पाएगा ब्रह्मोस जैसी मिसाइल बेच सकेगा Courtesy ndtv

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