खुशी का ठिकाना ही न रहा यतीमखाना के बच्चों का जब देखा डी एम को अपने सामने

खुशी का ठिकाना ही न रहा यतीमखाना के बच्चों का जब देखा डी एम को अपने सामने
फ़ैज़ाबाद - यतीमखाना के बच्चों को अगर ईदी मे अच्छे गिफ्ट और अच्छी चीजें खाने को मिले तो उनके लिए यह बेहद ही खुशी की बात होगी लेकिन अगर उनके साथ जिलाधिकारी अचानक पहुचकर ईद मनाने लगे तो खुशी का ठिकाना ही नहीं रहेगा आर यही हुआ फ़ैज़ाबाद मे जिलाधिकारी श्रीमती किंजल सिंह ने ईद की पूर्व संध्या पर रानोपाली बड़ीबुआ के निकट स्थापित मुस्लिम यतीमखाना पहुँचकर 28 छोटे बच्चों जिनकी उम्र 08 से 15 वर्ष के बीच है के साथ मनाई ईद। कटवाया 3 बड़े केक व खुशी में फोड़े गये रंग बिरंगे गुब्बारे। जिलाधिकारी ने भी बच्चों के संग फोड़े गुब्बारे। अपने हाथों से बच्चों को सर्व किया हैवी नाश्ता व स्वयं बच्चों के संग ग्रहण किया नाश्ता। ईदी के रूप में सेलो कम्पनी की पानी की बोतल, स्कूल बैग, टिफिन, छाता, रेनकोट आदि सामान दिये उपहार में दिया । साथ ही ईद के दिन यतीमखाना में वाटर कूलर व रंगीन टी0वी0 लगवाने की घोषणा की। यतीमखाने में जिलाधिकारी अपने अधिकारियों के साथ लगभग 1 घंटा 30 मिनट थी।रात्रि 8 बजे अचानक जिलाधिकारी श्रीमती किंजल सिंह अपने महिला मित्रों एवं अधिकारियों के साथ पहुँची यतीमखाना और बच्चों के साथ बच्चे बनकर हर्षाेउल्लास एवं पूरे उमंग के साथ मनाई ईद। बच्चों को कराया इन्जॉय केक काटने के साथ जिलाधिकारी ने माननीय मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की तरफ से बच्चों को दी शुभकामनाएँ। बच्चों ने भी मुख्यमंत्री को ईद की मुबारकबाद भेजने के साथ जिलाधिकारी को भी दी मुबारकबाद। बच्चे अपने बीच जिलाधिकारी को पाकर काफी खुश थे।जिलाधिकारी ने बच्चों से परिचय पूँछा। आमिर व सलमान नाम बच्चों से पूँछा कि आपके नाम के देश में दूसरा कौन बन्दा प्रसिद्ध है। आमिर खान के बारे में तो आमिर नहीं बता पाये पर मो0 सलमान नाम के बच्चे ने सलमान खान के बारे में बताया। जिलाधिकारी ने आजादी का तात्पर्य पूँछा। बच्चे बता नहीं पाये, जिलाधिकारी ने बच्चों को बताया कि काम करने, घूमने, खाने एवं पढ़ने को आजादी ही कही एक मासूम बच्चे ने आजादी की परिभाषा कुछ इस प्रकार कहा कि पढ़ने से छुटकारा मिल जाए यही सही आजादी है। बच्चे के इस उत्तर से वहाँ उपस्थित सभी लोग ठहकहा लगाकर हँस पडे़। जिलाधिकारी ने बच्चों से पूँछा कि बड़े होकर क्या बनना चाहोगे। बच्चों के चुप रहने पर यतीमखाना के प्रबन्धक को बच्चे के अन्दर सपने जगाने के लिए जिलाधिकारी ने कहा। यतीमखाने में संगीत शिक्षक तैनात करने के निर्देश जिला अल्पसंख्यक अधिकारी संजय कुमार मिश्रा को दिये। उन्होंने बच्चों से पूँछा कि आप सभी को यतीमखाना के लिए क्या चाहिए। बच्चों से जिलाधिकारी ने चुटकले सुनाने के लिए कहा। यतीमखाना में 8 से 15 वर्ष के 28 बच्चे, मो0 अबरार, शराफत अली, नियामत अली, इसराइल, मो0 शाहिद, मो0 नौशाद, मो0 राकिब, मो0 मोहसिन, मो0 आरिफ, मो0 आमिर, मो0 सिराज, कमरूद्दीन, मो0 शादाब, मो0 वसीम, मो0 खुरशीद, कलामुद्दीन, रियाज अहमद, मो0 अशरफ, मो0 अशफाक, चाँद बाबू, मो0 आजाद, मो0 हबीब, मो0 सलमान, अब्दुल कादिर, एहतिशाम, अमजद अली, मो0 फहीम, अब्दुल हन्नान उपस्थित थे।इस मौके पर सपा नेता राहुल सिंह भदरसा नगर पंचायत अध्यक्ष राशिद मियां मुलायम यूथ ब्रिगेड के जिला अध्यक्ष एजाज अहमद फार्व्स इण्टर कालेज व यतीमखाना के प्रबन्धक नियाज अशरफ, मो0 शफीक, जिला प्रोबेशन अधिकारी रामबाबू विश्वकर्मा, जिला अल्पसंख्यक अधिकारी संजय कुमार मिश्रा, नायब नाजिर रन बहादुर सिंह, ओएसडी अविनाश पाण्डेय आदि उपस्थित थे।
पत्रकार के बी शुक्ला के एफ बी वाल से


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