जी एस टी बिल मामला कांग्रेस ने कहा मेरिट देखेंगे वहीँ विपक्ष नाराज क्यों कांग्रेस से ही बात कर रही सरकार

जी एस टी बिल मामला कांग्रेस ने कहा मेरिट देखेंगे वहीँ विपक्ष नाराज क्यों कांग्रेस से ही बात कर रही सरकार
नई दिल्ली -सरकार जहाँ जी इस टी बिल को लेकर अस्वस्थ है की देश हित में बिल पास हो जायेगा कांग्रेस कह रही है की बिल की मेरिट देखेंगे वहीँ और विपक्ष नाराज है कि सरकार केवल कांग्रेस से ही बात कर रही है संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है. शहडोल के बीजेपी सांसद दलपत सिंह परस्ते के निधन के चलते आज लोकसभा में उन्हें श्रद्धांजलि देकर सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी. लेकिन सबकी निगाहें इस सत्र में जीएसटी बिल को लेकर है. सरकार विपक्ष को मनाने में जुटी है और विपक्ष जीएसटी पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग कर रहा है. प्रधानमंत्री ने कल सभी दलों की बैठक में कहा कि संसद को देश हित में और जनता के हित में चलाना चाहिए. आज से शुरू हो रहे संसद सत्र से पहले रविवार को दिन भर बैठकों का दौर चलता रहा. दिन में सरकार ने सभी दलों के साथ बैठक की तो शाम को लोकसभा स्पीकर की बैठक में तमाम दलों के नेता पहुंचे. सरकार ने सभी दलों की जो बैठक बुलाई थी उसमें जीएसटी बिल को लेकर चर्चा तो नहीं हुई लेकिन सरकार को उम्मीद है कि इस सत्र में बिल पास हो जाएगा. पीएम ने भी कल बैठक में कहा कि संसद को देश हित में और जनता का हित में चलाना चाहिए. वैसे सरकार की राह इतनी आसान भी नहीं दिख रही है. कांग्रेस जहां मेरिट के आधार पर बिल के समर्थन की बात कह रही है वही बाकी विपक्ष इस बात से नाराज है कि सरकार सिर्फ कांग्रेस से ही क्यों बात कर रही है. साल भर से कभी बजट सत्र में तो तभी मानसून तो कभी शीतकालीन सत्र में इस बिल के लाने और पास कराने की चर्चा होती रही. बिल पास हुआ तो आपकी जिंदगी कैसे प्रभावित होगी अब उसके बारे में भी जान लीजिए. जीएसटी से क्या फायदे ? सबसे बड़ा फायदा तो ये होगा कि बिल के अमल में आते ही अलग अलग तरह के टैक्स से आपको छूटकारा मिलेगा. चुनिंदा चीजों को छोड़कर हर तरह की खरीदारी पर आपको एक ही टैक्स देना होगा. यानी कोई चीज अभी दूसंरे राज्य में सस्ती और आपके राज्य में महंगी मिल रही है तो सस्ता महंगा का झमेला खत्म हो जाएगा. मतलब ये कि हर जगह एक तरह के सामान का रेट एक ही हो जाएगा. दुकानदार-कारोबारियों को बाहर से सामान मंगाने में अलग अलग टैक्स का झमेला नहीं रहेगा तो चीजें सस्ती हो जाएंगी और आपको कम कीमत पर मिलेगी. कहने का मतलब ये कि एक्साइज ड्यूटी, सर्विस टैक्स, वैट, मनोरंजन टैक्स का झंझट खत्म हो जाएगा. हालांकि अभी कुछ दिन पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, किरोसीन पर राज्य अपने अपने हिसाब से टैक्स का फॉर्मूला जारी रखेंगे. यानी दिल्ली में पेट्रोल यूपी से सस्ता मिल रहा है तो फिलहाल वो मिलता रहेगा. यानी इसको एक समान होने में कुछ वक्त लगेगा. Source abp

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