यह तस्वीर जो गोंडा के कानून व्यवस्था की स्थिति बयां करती है

यह तस्वीर जो गोंडा के कानून व्यवस्था की स्थिति बयां करती है
गोंडा - कानून व्यवस्था की स्थिति एक तस्वीर ही बयां कर देती है गोंडा के कानून व्यवस्था को किस तरह से मामूली से मामूली लोग चैलेन्ज दे रहे हैं और अधिकारी हताश से सब देख रहे हैं । यह तस्वीर ही बताती है की लफंगों के आगे अधिकारी बेबस नजर आते हैं अगर बात किसी शरीफ की हो सारा कानून उस पर उड़ेल दिया जाता है । मजिस्ट्रेट और फ़ोर्स की उपस्थिति भी इन कानून तोड़ने वालों के मायने नहीं रखता । एक विद्यालय का ताला खुलवाने में प्रशासन के अधिकारीयों की सांस फूल रही है एक लिपिक पिछले कई महीनों से ताला लगाकर केवल शिकवा शिकायत में व्यस्त है और मजिस्ट्रेट का दर्जा प्राप्त तहसीलदार गोंडा उसकी दलीलों को सुनकर प्रशासनिक क्षमता को भूलकर बेबस नजर आते हैं । जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद उस पर कार्यवाही न करने पर भी 72 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं लेकिन तहसीलदार राजेश कुमार जायसवाल के विरुद्ध कोई भी कार्यवाही नहीं की गई । शिक्षक दहशत में हैं विद्यालय के कमरों में जहाँ ताला लगा है वहीँ बरामदे में भी शिक्षकों को न बैठने देने के लिए नशेड़ियों से स्थिति को ख़राब करने की कोशिश की जाती है । लेकिन जिम्मेदार लोगों की नजर इस पर नहीं पड़ती शायद उनके हिसाब से यह कानून व्यवस्था का मामला नहीं है।

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