कानपुर कहीं साइकिल को न कर दे पंचर!

कानपुर कहीं साइकिल को न कर दे पंचर!
कानपुर -उत्तर प्रदेश सरकार आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए विज्ञापन के जरिए विकास कार्यों की लंबी सूची प्रसारित करवा रही है।तो वहीं कानपुर का अपराध ग्राफ इस कदर बढ़ा हुआ है कि थानों के रजिस्टर भरे पड़े हुए है। आलम यह है कि शायद ही ऐसा कोई दिन हो कि किसी विधानसभा क्षेत्र में अपराधिक घटनाएं न हो। जनता न्याय के लिए थानों के चक्क्र लगा रही है और पुलिस नेताओं की हां हुजूरी में जुटे हुए है। सपा सुप्रिमो मुलायम सिंह यादव अक्सर प्रदेश सरकार को हिदायत देते रहते है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था को पटरी पर लाया जाय। इसके बावजूद कानपुर का अपराधिक ग्राफ घटने के बजाय लगातार बढ़ता ही जा रहा है। हालांकि फोटो खिचवाने के लिए हाईकमान के निर्देश पर सपा पदाधिकारी जनता दरबार का आयोजन करते है। लेकिन इनके दरबार में शायद ही किसी को आर्शीवाद मिल पाता हो।जनपद के हालात यह है कि पिछले एक माह में हत्या, लूट, बलात्कार, चैन स्नैचिंग, मारपीट व छेड़खानी का आंकड़ा सैकड़ा पार कर चुका है।जिससे जनता में प्रदेश सरकार के प्रति जबरदस्त रोष है और लोगों की जुबान में एक ही शब्द आता है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में साइकिल को पंचर करना है।   यह है प्रमुख घटनाएं- घटना नंबर-1 नौबस्ता थाना क्षेत्र के किदवई नगर में रहने वाले बैंक मैनेजर धर्मवीर सिंह के बेटे आशुतोष का अपहरण हो गया। जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने चार आरोपियों को जेल भी भेज दिया। लेकिन आज भी पुलिस बच्चे के अवशेष नहीं ढूंढ़ सकी। घटना नंबर-2 नजीराबाद में डकैती, घाटमपुर में ज्वैलर्स पिता पुत्र की गोली मारकर लूट, कल्याणपुर में गोली मारकर ज्वैलर्स की लूट, चकेरी में टीवी कलाकार के यहां 50 लाख की चोरी, चकेरी में 21 लाख की लूट, घटना नंबर-3 चकेरी में पेंट कारोबारी को दिनदहाड़े मारी गई गोली, पनकी में तीन हत्या सहित जनपद में चोरी, छेड़खानी, बलात्कार की घटनाएं दिनोदिन बढ़ती ही जा रही हैं। जनता के बोल- विष्णुपुरी निवासी हर्ष मिश्रा ने बताया कि मेरी चाची के साथ लूट हुई कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया और उसमें भी खेल करते हुए चोरी का मुकदमा लिखा। लेकिन आज तक उसमें किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। काकादेव की सिल्की अग्रवाल ने बताया कि पुलिस केवल पहंुचवालों का काम करती है। सिविल लाइन्स के रहने वाले अनुराग कटियार का कहना है कि शहर में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। सपा सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसी तरह का दर्द दर्जनों पीड़ितों ने बयां करते हुए कहा कि इस बार हर हाल में साइकिल को पंचर करना है। राजनेताओं का कहना- सपा जिलाध्यक्ष ग्रामीण महेन्द्र सिंह यादव का कहना है कि मुख्यमंत्री लगातार कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए काम कर रहें है। कुछ नाकाम पुलिस अधिकारियों के चलते अपराध बढ़े है। मुख्यमंत्री के संज्ञान में है उम्मीद है कि जल्द ही ऐसे पुलिस अधिकारियों को गैर जनपद कर दिया जाएगा। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ग्रामीण अभिजीत सिंह सांगा ने बताया कि जनपद में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।भाजपा ने थाना घेराव कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रही है।जबकि कांग्रेस बराबर अपराध को लेकर सड़क पर लोगों के साथ संघर्ष कर रही है। भाजपा जिलाध्यक्ष उत्तर सुरेन्द्र मैथानी ने कहा कि सपा का इतिहास रहा है कि इस सरकार में पुलिस नहीं गुण्डे थाना चलाते है। ऐसे में अपराध पर रोक लगाने की बात बेइमानी साबित होगी। बसपा जिलाध्यक्ष प्रशान्त दोहरे ने कहा कि बसपा सरकार में गुण्डे घरों में अपने को कैद कर लेते थे और जल्द ही जनता के लिए वह समय आने वाला है। क्या बोले अधिकारी- एसएसपी शलभ माथुर का कहना है पुलिस लगातार अपराध को नियंत्रित करने के लिए काम कर रही है। उन सभी जगहों को चिन्हित कर लिया गया है जो अपराध का ठिकाना बनी हुई है। उन्होंने बताया कि पुलिस रात में बराबर गश्त कर रही है जिससे अपराधियों पर भय पैदा हो गया है। अजय/मोहित

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