उत्तर प्रदेश में सी आर पी सी नहीं जूतों से दी जाती है सजा

उत्तर प्रदेश में सी आर पी सी नहीं जूतों से दी जाती है सजा
बिजनौर - लगता है जैसे कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है जनता दहशत में है और अपराधी मजे कर रहे हैं पुलिस लाचार है संवेदनशीलता भूल चुकी है शरीफ लोगों के इज्जत के साथ खिलवाड़ हो रहा है महिलाएं घर से निकलती हैं तो भगवान ही उनकी सुरक्षा करे । स्योहारा में पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। वहीं मामले को दो दिन तक छुपाए रखने पर थाना प्रभारी के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई है। उधर घटना के बाद दबंगों ने गांव में पंचायत कर सिर्फ आरोपियों को पांच जूते मारने की सजा सुनाकर मामले को निपटाने का प्रयास किया। लेकिन गांव के कुछ लोगों के इस सजा से सहमत नहीं होने पर मामला थाने पहुंच गया। दरअसल, स्योहारा के गांव चक शाहजनी में 29 जुलाई को गांव के दबंग परिवारों से जुड़े जुनेद और तनवीर ने उस समय घर में घुसकर नाबालिग लड़की से गैंगरेप किया, जब वह घर में अकेली थी। शाम को परिजनों के लौटने पर लड़की ने पूरी घटना बताई तो हंगामा खड़ा हो गया। लड़की के परिजन गांव के जिम्मेदार लोगों के पास पहुंचे, तो उन्होंने गांव में पंचायत बैठा दी। आरोपी के दबंग परिवार से जुड़े होने पर पंचायत ने आरोपी दोनों लड़कों को सिर्फ पांच जूते मारने की सजा सुनाई। जिस पर गांव के कुछ लोग इस कार्रवाई से सहमत नहीं हुए और इस मामले में लड़की के पिता की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया और लड़की को डॉक्टरी जांच के लिए भेज दिया गया है। उधर मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस भी गांव में पहुंची और ग्रामीणों से अलग अलग पूछताछ कर पूरे मामले की जानकारी ली। एसपी उमेश श्रीवास्तव के अनुसार लड़कों को पकड़ने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। वहीं मामले को दो दिन तक छुपाए रखने पर स्योहारा थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई है. यह घटनाएं बताती हैं की अपने आकाओं के बल पर कुर्सी पर जमे पुलिस कर्मियों को अखिलेश नहीं अपने आका पर ज्यादा भरोसा है तभी तो अपनी ड्यूटी से भाग कर सरकार की छवि ख़राब कर रहे हैं ।

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