फिर से रखी गई इंजीनियरिंग कालेज की आधारशिला एक बार फेल हो चुकी है योजना

फिर से रखी गई इंजीनियरिंग कालेज की आधारशिला एक बार फेल हो चुकी है योजना
>>जनपद को मिली इंजीनियरिंग कालेज की सौगात, प्रदेश के कृषिमंत्री ने रखी आधार शिला >>44 करोड़ की लागत से बनेगा इंजीनियरिंग कालेज, 2018 तक शुरू हो जाएगा दाखिला गोंडा - जाते हुए लम्हों जरा ठहरो क्योंकि सरकार अब जाते जाते कई योजनाओं की आधारशिला रख रही है जो पूर्व में भी राखी गई थी लेकिन कालेज राजनीती की भेंट चढ़ गया था अब जब वर्तमान सरकार के कुछ ही दिन बचे हैं तो यह सन्देश देना चाहती है की वह कुछ करना चाहती है कम से कम गोंडा की हालात देख कर यही लगता है अगर कोई बीसों साल बाद गोंडा आ रहा है तो भी उसे कोई भी बदलाव नजर नहीं आएगा वही टूटी फूटी सफकेँ और रोड के किनारे अतिक्रमण ही गोंडा की पहचान है यहाँ का युवा रोजगार में नहीं नेताओं की चाकरी करते नजर आता है लेकिन प्रदेश के सी एम के प्रयास को सराहा जाना चाहिए जिन्होंने गोंडा को यह सौगात दिया जिले के होनहारों को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मुहैया कराने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जिले को इंजीनियरिंग कालेज की सौगात मिल गई है। सूबे के कृषिमंत्री विनोद कुमार सिहं उर्फ पण्डित सिंह ने राजकीय पाॅलीटेक्निक कालेज गोण्डा में राजकीय इंजीनियरिंग कालेज की आधार शिला रखी। भूमि पूजन एवं इन्जीनियरिंग कालेज की आधार शिला रखने के उपरान्त कृषिमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री ने आज जनपदवासियों का सपना पूरा कर दिया। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार की सोच है कि हर वर्ग के लोगों को उच्च शिक्षा का अवसर मिले और वे रोजगारपरक शिक्षा प्राप्त कामयाब हो सकें। उन्होने यह भी कहा कि जल्द ही जनपद में मेडिकल कालेज के लिए भी स्वीकृति मिल जाएगी और शीघ्र मेडिकल कालेज की भी आधार शिला रक्खी जाएगी। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार की सोच सर्वधर्म समभाव, समता और सम्पन्नता की है। प्रदेश सरकार युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सर्वांगीण्र विकास के लिए काम रही है। इस अवसर पर डीएम आशुतोष निरंजन ने अपने सम्बोधन में कहा कि गोण्डा जैसे जनपद को इन्जीनियरिंग कालेज की नितान्त आवश्यकता थी और यह सपना जल्द ही पूरा हो जाएगा। उन्होने बताया कि 43 करोड़ तिरासी लाख चाौरासी लाख रूपए की लागत से इन्जीनियरिंग कालेज का निर्माण कार्य होगा। जिसमें दस करोड़ रूपए की धनराशि प्राप्त हो चुकी है। पूरा कालेज 10 एकड़ जमीन के क्षेत्र में बनेगा और जुलाई 2018 तक बनकर तैयार हो जाएगा। जुलाई 2018 में प्रथम सत्र का दाखिला इंजीनियरिंग कालेज में सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल व कम्प्यूटर संाइस सहित कुल कुल चार पाठ्यक्रम होगें। प्रत्येक पाठ्यक्रम में 60-60 छात्रों सहित कुल 240 छात्रों का दाखिला लिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षा ही मनुुष्य का आभूषण है। बिना शिक्षा के सभ्य और स्वस्थ समाज की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होने कहा कि गोण्डा में बन रहा इन्जीनियरिंग कालेज आने वाले समय में गोण्डा के लिए मील का पत्थर साबित होगा। मुख्य विकास अधिकारी जयन्त कुमार दीक्षित ने इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि जनपद गोण्डा में इन्जीनियरिंग बनने से युवाओं को बेहतर शिक्षा के अवसर मिलेगें और निश्चित ही गोण्डा की पहचान शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी बनेगी साथ ही रोजागर भी मुहैया होगें। इस अवसर पर खाद्य प्रसंस्करण विभाग के सलाहकार कमरूद्दीन ने जनपद गोण्डा में इन्जीनियरिंग कालेज देने पर धन्यवाद देते हुए कहा कि निश्चित ही इससे जिले की सूरत और सीरत दोनों बदलेंगें और गोण्डा भी अगड़ें जनपदों में जाना जाएगा।

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