बसपा से "निकाले "गए "नेताओं" के सहारे "भाजपा"

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prabhu@321@201627 Aug 2016 6:30 PM GMT
आजमगढ़ -यूपी में भाजपा की हालत इतनी ख़राब है कि वो बहुजन समाज पार्टी से निकाले जा रहे नेताओं को बिना जांच पड़ताल के शामिल कर रही है.मायावती आजमगढ़ में जनसभा को संबोधित कर रही थी इसके पहले उन्होंने आगरा में जनसभा को संबोधित किया था और वहां भी भाजपा मोदी और मोहन भगवत के ऊपर शब्दों के बाण चलाये थे । सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र में हुई मायावती की इस रैली को 'सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय' रैली कहा गया. पिछली रैलियों की तरह इस बार भी मायावती ने भारतीय जनता पार्टी और सत्ताधारी समाजवादी पार्टी के बीच गुपचुप गठबंधन होने के आरोप लगाए. मायावती ने कहा, "बीजेपी और समाजवादी पार्टी धर्म की आड़ में राजनीति करती हैं और बसपा के ख़िलाफ़ षड़यंत्र रच रही हैं." कांग्रेस को भी लिया आड़े हाथ मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी उत्तर प्रदेश में 37 साल तक सत्ता में रही लेकिन कोई काम नहीं किया जिसकी वजह से वो न सिर्फ़ प्रदेश बल्कि केंद्र की सत्ता से भी बाहर है. भाजपा सांप्रदायिक ताकतों को मजबूत कर रही मायावती ने कहा, "उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने छह साल तक शासन किया लेकिन इस दौरान विकास और जनहित के कार्य करने के बजाए आरएसएस के एजेंडे पर चलकर सांप्रदायिक ताक़तों को मज़बूत किया." मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा ने अच्छे दिनों का सपना दिखाया था जो अब बुरे दिनों में बदल गया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा चुनावों के दौरान किया गया अपना कोई भी वादा पूरा नहीं कर सके हैं.
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