हिन्दू महंत कराएँगे मुस्लिमों के मस्जिद का जीर्णोद्धार

हिन्दू महंत कराएँगे मुस्लिमों के मस्जिद का जीर्णोद्धार
अयोध्या - हनुमान गढ़ी के महंत ज्ञानदास सांप्रदायिक सौहार्द की मिशाल पेश करने जा रहे है उन्होंने प्राचीन जर्जर आलमगीर मस्जिद का जीर्णोद्धार करवाने का फैसला किया है।ये फैसला उस समय किया गया है जब प्रशासन ने अयोध्या के जर्जर मंदिरो और मस्जिदों को नोटिस जारी की है। तकरीबन ढाई दशक पहले बाबरी मस्जिद की शहादत ने देश का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ दिया था. 24 साल बाद अयोध्या की जमीन ने हिंदू-मुस्लिम भाईचारे का एक नया पैगाम देने जा रहा है. जिसके तहत लगभग 300 साल पहले बनवाई गई और अब जर्जर हालत में आलमगीर मस्जिद का पुनर्निर्माण कराया जाएगा. ये पुनर्निर्माण हनुमानगढ़ी मंदिर ट्रस्ट कराएगा. ऐसा फैसला हनुमानगढ़ी मंदिर ट्रस्ट ने स्थानीय नागरिक इकाई के मस्जिद को ‘प्रार्थना स्थल के रुप में खतरनाक’ घोषित करने पर किया गया है. हनुमानगढ़ी मंदिर ट्रस्ट जो कि मस्जिद की जमीन पर है, ने न सिर्फ इस बात पर अपनी रजामंदी दी बल्कि मस्जिद को बनाने में आने वाले खर्च को भी वहन करने वाली है. इसके साथ ही ट्रस्ट ने मुस्लिम भाइयों को अपने दायरे में नमाज अदा करने के लिए स्वागत भी किया. 17वीं शताब्दी में इस मस्जिद का निर्माण औरंगजेब के ही एक सेनापति ने कराया था. जिसके कारण इसका नाम आलमगीर रखा गया. मस्जिद की जमीन को 1765 में इस शर्त पर हनुमानगढ़ी मंदिर ट्रस्ट को दान दे दी गई कि नमाज मस्जिद में पहले की ही तरह होती रहेगी हालांकि ये धीरे-धीरे से कम हो गया. प्रशासन के जरूरी ध्यान न दिए जाने से मस्जिद की हालत समय के साथ जर्जर होती चली गई. मंदिर के महंत ज्ञानदास ने कहा कि ट्रस्ट ने मुस्लिम भाइयों से मस्जिद निर्माण का काम कराने को कहा है जिसका सारा खर्च ट्रस्ट वहन करेगा। अयोध्या से अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट

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