अब खैर नहीं काले धन रखने वाले कारोबारियों व भगोड़ों की ,मोदी ने किये ब्रिटेन से बड़े करार

नई दिल्ली - मोदी ने ब्रिटेन की नवनियुक्त महिला प्रधानमंत्री से द्विपक्षीय वार्ता में काले धन के कारोबारी एवं भारत से भागे हुए अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए कई महत्वपूर्ण समझौते किये |जैसा कि काले धन के कारोबारी अपनी कंपनी का हेड आफिस ब्रिटेन व मारीशस दिखाते हैं व भारत सरकार के डबल बेनिफिट टैक्सेस स्कीम के अंतर्गत भार त मेंकंपनी के कारोबार का टैक्स नहीं देते हैं जिस पर प्रधानमंत्री मोदी ने नियमों में परिवर्तन करते हुए सभी कंपनियों को इस टैक्स का भारत में यह छूट तभी मिलेगी जब उन्हें यह छूट तभी मिलेगी जब सम्बंधित देश एनओसी देगा कि उन्होंने टैक्स का भुगतान कर दिया है |इससे काले धन पर बड़ा लगाम लगेगा |जिसके दीर्घकालिक परिणाम बहुत बड़े आयेंगे ,इससे मोदी के काले धन को लेकर प्रतिबद्धता झलकती है |
टेरेसा से हुई मोदी की मुलाकात
पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री टेरेसा मे से मुलाकात की। यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है। उन्होंने यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने के फैसले के देखते हुए द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के उपायों पर चर्चा की।जी20 सम्मेलन से इतर दोनों नेताओं ने यहां दुनिया के सबसे बड़े एकल बाजार यानी यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग हो जाने के बाद अवसरों के निर्माण पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने जानकारी दी, यूनाइटेड किंगडम के साथ अवसरों का निर्माण। प्रधानमंत्री नरेंंद्र मोदी ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे के साथ पहली बार द्विपक्षीय वार्ता की।मे ने 13 जुलाई को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। राष्ट्र की जनता ने यूरोपीय संघ छोड़ने के पक्ष में मत दिया था जिसके बाद उनके पूर्ववर्ती डेविड कैमरन ने पद से इस्तीफा दे दिया था।थैचर के बाद 59 वर्षीय मे ब्रिटेन की दूसरी महिला प्रधानमंत्री हैं और उनकी तुलना अक्सर थैचर से की जाती है। उनके शपथ ग्रहण करने के बाद मोदी ने 27 जुलाई को उन्हें बधाई देते हुए रणनीतिक द्विपक्षीय भागीदारी को और अधिक मजबूत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई थी।फोन पर हुई इस वार्ता के दौरान मे ने मोदी को धन्यवाद दिया था और कहा था कि वह भारत के साथ मजबूत रिश्ते विकसित करने और सहयोग बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं।आज सुबह मोदी ने कहा था कि प्रभावी वित्तीय प्रशासन में भ्रष्टाचार, काले धन और कर चोरी से निपटना महत्वपूर्ण है।उन्होंने कहा, आर्थिक अपराध करने वालों के लिए सुरक्षित पनाहगाहों को खत्म करने और धनशोधन करने वालों को पकड़ने तथा उनका बिना शर्त प्रत्यर्पण करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है।

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