कांग्रेस के पीके ने उड़ाई भाजपा, सपा व बसपा की नींद

कांग्रेस के पीके ने उड़ाई भाजपा, सपा व बसपा की नींद

लखनऊ- ढाई साल पहले लोकसभा चुनाव में भाजपा फिर पिछले साल बिहार में जदयू के रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर "पीके" ने यूपी में कांग्रेस को सत्तारूढ़ कराने के लिए ऐसी रणनीति बनाई है,जिसकी भनक लगते ही भाजपा,सपा व बसपा के शीर्ष नेताओं की नींद उड़ गई है | यह वही पीके हैं जिनकी जबरदस्त मार्केटिंग की वजह से लोकसभा चुनाव में मतदान व मतगणना बाद में हुई ,भाजपा नेता नरेंद्र मोदी देश भर में प्रधानमंत्री पहले बन गए |इन्ही पीके की रणनीति ने बिहार में नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री बना दिया |अब यूपी की बारी है | पीके एक-एक कर अपने पत्ते खोल रहे हैं |सबसे पहले उन्हें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री की कार्यशैली पसंद नहीं आई और बिना देरी किये उन्होंने इस महत्वपूर्ण पद पर लोकप्रिय अभिनेता राजबब्बर की ताजपोशी करा दी |पिछड़ी जाति (स्वर्णकार) से आने वाले राजबब्बर के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार लखनऊ आगमन पर काफी दिनों बाद हजारों कांग्रेसी नेताओं की भीड़ पार्टी कार्यालय पर जुटी |इसके बाद सूबे में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी की मुस्लिमपरस्ती पर लगाम लगाने के लिए कांग्रेस प्रदेश प्रभारी के तौर पर पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी गुलाम नबी आज़ाद को नियुक्त करा दिया | प्रदेश के ब्राह्मण मतदाताओं को खुश करने के लिए 10 जनपथ की करीबी व दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करा दिया |
पुराने वोटबैंक ब्राह्मण, मुस्लिम व दलित को साधेगी कांग्रेस भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक ताजा रणनीति के तहत अब कांग्रेस के पुराने वोटबैंक ब्राह्मण,मुस्लिम व दलित पर निशाना साधा जाना है |इसी के तहत प्रदेश की करीब दो सौ विधानसभा सीटों पर ब्राह्मण प्रत्याशी उतारने की रणनीति बनाई गई है |यह प्रत्याशी सपा बसपा व भाजपा के उम्मीदवार तय होने के बाद घोषित किये जायेंगे |जिन सीटों पर कांग्रेसी विधायक हैं या जहाँ पार्टी प्रत्याशी दूसरे नंबर रहे वहां प्रत्याशी को जिताने के लिए डेढ़ से दो करोड़ रूपये तक भी खर्च किये जाने की तैयारी है |इतना ही नहीं ,जिन सीटों पर भी प्रत्याशी सीधे व त्रिकोणीय संघर्ष में भी होंगे वहां प्रत्याशी को जिताने के लिए एक करोड़ रूपये तक खर्च कर दिया जाएगा |
जिताऊ प्रत्यासी पर करोड़ों खर्च करेगी पार्टी

बुजुर्ग ब्राह्मण चेहरा शीला दीक्षित के जरिए ब्राह्मणों ,गुलाम नबी आज़ाद के जरिए मुस्लिमों व राज्बबर के जरिए पिछड़ी जाति के वोटों को साधने तथा प्रदेश के युवा वर्ग को कांग्रेस की तरफ लाने के लिए पार्टी की स्टार प्रचारक प्रियंका वाड्रा की सबसे ज्यादा जनसभाएं कराने की रणनीति पीके ने बनाई है |ज्यों ज्यों कांग्रेसी रणनीति का खुलासा गैर कांग्रेसी दलों को हो रहा है उनके जिम्मेदार नेताओं की नींद उडती जा रही है |सत्ता से कोसों दूर मानी जाने वाली कांग्रेस यदि आगामी विधानसभा चुनाव में टक्कर में आती है तो यूपी में पीके की बड़ी कामयाबी मानी जायेगी |

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