1300 गाड़ियों के काफिले के साथ 11 साल बाद जेल से निकले बाहुबली

1300 गाड़ियों के काफिले के साथ 11 साल बाद जेल से निकले बाहुबली
भागलपुर - लालू यादव ही हमारे नेता हैं. मुझे उनके ही छत्रछाया में रहना है. मैं अपनी छवि क्यों बदलूं? मैं जैसा हूं, 26 साल तक लोगों ने मुझे इसी रूप में स्वीकार किया है. सब जानते हैं कि मुझे फंसाया गया था. कोर्ट ने मुझे जेल भेजा और अब कोर्ट ने ही मुझे आजाद किया है. जेल से निकलते ही शहाबुद्दीन ने नितिश कुमार पर भी निशाना साधा और कहा नितिश कुमार परिस्थितियों के मुख्यमंत्री और नेता है |

सैकड़ों गाड़ियों का काफिला पंहुचा रिसीव करने

शहाबुद्दीन सीवान के चर्चित तेजाब कांड में हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद शनिवार को जेल से बहार आए.आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन 11 साल से भागलपुर जेल में कैद थे.बाहुबली शहाबुद्दीन को रिसीव करने के लिए कई विधायक पहुंचे हैं. इसके साथ ही भारी संख्या में लोग भी पहुंचे हैं और सैकड़ों कारों का काफिला भी मौजूद है.शहाबुद्दीन सैकड़ो गाड़ियों के काफिले के साथ सीवान पहुंचेगे इसलिए सीवान में सेना की चौकसी बढ़ा दी गई है और चौक-चौराहों पर अतिरिक्त बलों की तैनाती के अलावा गश्त भी तेज कर दी गई है.जेल से निकल कर शहाबुद्दीन ने कहा कि उसे फंसाया गया है. साथ ही कहा कि दहशत की बात एक-दो लोग ही कहते हैं. शहाबुद्दीन के जेल से बहार आते ही चौकसी बढ़ा दी गई है|
लालू यादव हमारे नेता
जेल से बाहर आने के बाद शहाबुद्दीन ने लालू प्रसाद यादव को अपना नेता बताया. उन्होंने कहा, .वहीं बीजेपी नेता सुशील पर पलटवार करते हुए शहाबुद्दीन ने कहा कि उन्हें कोई गंभीरता से नहीं लेता आपको बता दें कि शहाबुद्दीन को जमानत मिलने से पहले सुशील मोदी ने कहा था कि जंगलराज को बढ़ावा देने के वाले शहाबुद्दीन की रिहाई से लोग सहमें हुए है.गौरतलब है कि दो भाइयों की तेजाब से नहलाकर हत्या करने और बाद में हत्याकांड के इकलौते गवाह उनके तीसरे भाई की हत्या के मामले में शहाबुद्दीन भागलपुर जेल में बंद था. दोहरे हत्याकांड में उन्हें हाई कोर्ट से फरवरी में ही जमानत मिल चुकी थी. बुधवार को गवाह की हत्या के मामले में भी अदालत ने उनकी जमानत मंजूर कर ली. इसके बाद उनकी रिहाई हुई.




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