कैसे मिलेगा न्याय जब रेप पीडिता को ही भगा दिया एसपी आफिस से

कैसे मिलेगा न्याय जब रेप पीडिता को ही भगा दिया एसपी आफिस से
रायबरेली -उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव महिलाओ से संबंधित मामलो पर उनकी मदद के लिए त्वरित कार्यवाही का डंका पीट रहे हो पर उनके आदेशो की धज्जिया रायबरेली पुलिस उड़ाने से बाज नहीं आ रही है। शादी का झांसा देकर एक युवती से युवक ने महीनो शारीरिक संबंध बनाये और जब वह गर्भवती हो गयी तो उसने शादी करने से मना कर दिया फिर क्या पीड़िता व उसके परिजन पुलिस के चक्कर लगा रहे हैं यही नहीं पीडित ने जब इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सीओ सिटी से करने आयी तो उसको वहा से भगा दिया गया। वही इस पूरे मामले पर जब पुलिस अधीक्षक से जानकारी चाही गई तो कैमरे के सामने एसपी ने पहले तो कैमरे पर चुप्पी साधी और बाद में कार्यवाही का आश्वासन दिया।
एसपी कार्यालय से भगा दिया गया पीडिता को
रायबरेली पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चंद कदम दूरी पर एक निजी रिक्शा कंपनी के मालिक के बेटे ने अपनी कंपनी के रिक्शा चालक की पुत्री को शादी का झांसा देकर कई महीनो तक अपनी हवस मिटाता रहा। तब पीड़िता गर्भवती हुई तो परिजनो को इसकी जानकारी हुई। परिजनो ने रिक्शा मालिक से पूरी घटना बताई पर रिक्शा मालिक ने अपने बेटे से शादी करवाने के लिए मना कर दिया। पाच माह का गर्भ लिए पीड़िता सीओ सिटी के पास आरोपी की शिकायत करने गयी पर वहा उसे दुत्कार मिली।
रेप पीडिता को पुलिस अधीक्षक कार्यालय से भगा देने के बारे में जब पुलिस अधीक्षक विनय कुमार से बात की गयी तो उन्होने पहले तो अनभिज्ञयता जताई और बाद में कार्यवाही का आश्वासन दिया।


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