यूपी पुलिस ने गूगल को भी दिया मात

यूपी पुलिस ने गूगल को भी दिया मात
लखनऊ - प्रदेश में कानून व्यवस्था एक बड़ा मुद्दा है और इससे निबटना आसन भी नहीं है लेकिन अब प्रदेश की पुलिस तकनीकी मामले में देश में सबसे सक्षम नजर आ रही है | यही नहीं उत्तर प्रदेश पुलिस ने ‘जीओ टैगिंग’ के मामले में गूगल को भी पीछे छोड़ दिया है. तक़रीबन 12 लाख लोकेशन को टैग कर यूपी पुलिस तकनीक के हिसाब से देश की सबसे एडवांस फोर्स बन गई है.इस तकनीकी का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जब कोई 100 नंबर पर काल करेगा तो उसकी लोकेशन पुइल्स को पता चल सकेगी जिससे उसकी मदद हो सके |यह तकनीक 100 नंबर पर कॉल करने वाले पीड़ितों का वक्त पर पता लगाने में पुलिस की मदद करेगी.
अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) यातायात, अनिल अग्रवाल ने बताया, ‘‘ यूपी-100 जीआईएस (ग्लोबल इंफोरमेशन सिस्टम) ऐप्लीकेशन के जरिए, हमें राज्य में तकरीबन 12 लाख स्थानों पर जीओ टैगिंग लगाने में कामयाबी मिली है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह पुलिस को 100 नंबर पर फोन करने वाले पीड़ितों का पता लगाने में मदद करेगी. जब वह कॉल करेंगे तो उनकी स्थिति नियंत्रण कक्ष में लगी स्क्रीन में नजर आएगी और वे उनकी वक्त पर सहायता करने में सक्षम हो पाएंगे.’’अग्रवाल ने कहा, ‘‘ इस कसरत में, राज्य पुलिस ने ग्रामीण इलाकों में स्थानों का बड़े पैमाने पर डेटा जमा किया है, जो गूगल के पास भी नहीं है. स्थानों की 60 से ज्यादा श्रेणियां हैं जिसमें हमने मंदिरों, मस्जिदों, शराब की दुकानों, स्कूलों और क्रासिंग को शामिल किया है.’’जीआईएस एप के बारे में पूछने पर अग्रवाल ने कहा कि इसको खासतौर पर पुलिस महकमे के अधिकारियों के लिए विकसित किया गया है, जो थाने स्तर के सभी आठ जोन में से डाटा और जीओ टैग महत्वपूर्ण स्थानों का संग्रह करने के लिए चयनित किए गए थे.अग्रवाल ने कहा कि अधिकारी द्वारा स्थान का चयन करने और उसे एप पर अपलोड करने लेने के बाद अनुमोदन से पहले इसका जिला स्तर पर सत्यापन किया गया. हमने एक थाने में कम से कम पांच महत्वपूर्ण बिन्दुओं को लक्षित किया.उन्होंने कहा कि इस अभियान में, 13500 पुलिसकर्मी शामिल हुए थे. उन्होंने कहा ‘‘यह डाटा पुलिस के पास उपलब्ध रहेगा और किसी के साथ भी साझा नहीं किया जाएगा.”अग्रवाल ने कहा ‘‘ कई बार यह देखने में आता है कॉल करने वाला शख्स संकट की स्थिति का सामना करने के दौरान अपना स्थान नहीं बता पाता है. यह जीओ डाटा उनका स्थान पता करने में मदद करेगा.’’ उन्होंने कहा कि डाटा यूपी डायल 100 सेवा में इस्तेमाल किया जाएगा जिसे अगले महीने लांच किया जाना है.
प्रदेश के मुखिया के लिए डायल 100 एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट रहा है जिसके द्वारा प्रदेश में सुरक्षा को व्यापक पैमाने पर जरुरतमंदों को कम समय सीमा में पहुचाने के लिए किया गया है | जिस तरह से प्रदेश कि जनसँख्या काफी बड़ी है और क्षेत्रफल भी काफी बड़ा है उसको देखते हुए इस प्रोजेक्ट के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं |

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