लादेन के आपरेशन एबटाबाद से भी बड़ा था भारतीय सेना का आपरेशन सर्जिकल स्ट्राइक

लादेन के आपरेशन एबटाबाद से भी बड़ा था भारतीय सेना का आपरेशन सर्जिकल स्ट्राइक
नई दिल्ली -भारतीय सेना द्वारा 28 सितम्बर को किया गया सर्जिकल स्ट्राइक अमेरिका द्वारा ओसामा बिन लादेन के आपरेशन से कई मायनों में बड़ा था चूँकि भारतीय सेना ने इस सर्जिकल स्ट्राइक को विषम परिस्थितियों में किया |
आइए जाने क्यों अलग था यह आपरेशन
1- अमेरिकी आपरेशन जो एबटाबाद में किया था उस आपरेशन में जैमर का उपयोग किया था जिससे किसी को कानों कान कोई भी खबर नहीं लग पाई थी बल्कि भारतीय सेना ने कोई भी जैमर का प्रयोग नहीं किया और 6 घंटे तक आपरेशन को पकिस्तान अधिकृत काश्मीर कि जमीं पर अंजाम दिया जिसमे साइलेंसर गनों का प्रयोग नहीं किया गया जबकि अमेरिका ने दोनों काम किया था |
2- अमेरिका ने जो कार्रवाई किया था वह मैदानी क्षेत्र में किया था और टार्गेट भी फिक्स था जबकि भारतीय सेना के पास टारगेट फिक्स नहीं था और दुरूह परिस्थितियों में आपरेशन को अंजाम दिया गया जहाँ नदियाँ पहाड़ और घने जंगल थे जहाँ टार्गेट को ढूँढना काफी मुश्किल था |
3- एबटाबाद रिहायशी इलाके में था वहां कोई भी माइंस नहीं थी जबकि पीओके में हजारों की संख्या में आतंकियों ने माइंस बिछा रखी गई थी उनसे बचते हुए भारतीय जवानों को कार्यवाई करनी थी जिसे बखूबी सफलता पूर्वक अंजाम दिया |
4- जो सबसे महत्वपूर्ण है की भारतीय जवान कोई भी हताहत नहीं हुआ और 38 आतंकियों को और 2 पाकिस्तानी सेना के जवानों को मारा जिसकी पुष्टि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने भी किया |
5-यह भारत सरकार का 70 सालों में दूसरा सर्जिकल आपरेशन है पहला आपरेशन जून 2015 में मणिपुर में जो भारतीय सैनिकों पर हमला हुआ था उसके प्रतिक्रिया में म्यांमार में किया था |
6- भारत ने इस आपरेशन सर्जिकल आपरेशन की सूचना 25 देशों के राजदूतों को आधिकारिक रूप से सुचना दे दि गई | बांग्लादेश खुल कर आया भारत के साथ कहा करो हमला हम है साथ |


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