क्या हो सकता है पाकिस्तान का अब अगला कदम भारतीय फ्लाईट के
Oct 1, 2016, 18:30 IST
नई दिल्ली -पाकिस्तान भले ही गीदड़ भभकी भारत को दे रहा हो लेकिन असलियत यह है कि उसे अब हर मौके पर भारत का खौफ सता रहा है | भारत के कूटनीतिक दबाव और सर्जिकल स्ट्राइक का असर पाकिस्तान पर साफ-साफ दिखने लगा है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक पाकिस्तान ने पिछले सोमवार को कराची के एयरस्पेस में 33 हजार फीट से नीचे विमानों की उड़ानों पर रोक लगा दी थी। अब पाकिस्तान ने एहतियाद बरतते हुए अपने अपने सभी एयरस्पेस से विदेशी कमर्शियल एयरलाइंसों को कम ऊंचाई पर उड़ान भरने से रोक लगा दी है। इससे पहले पाकिस्तान ने कराची में ये रोक लगाई थी। पाकिस्तान ने अपने इस कदम को और आगे बढ़ाते हुए अब लाहौर के एयरस्पेस में विदेशी कॉमर्शियल विमानों पर बैन लगा दिया है। यहां विदेशी फ्लाइ्ट्स 29 हजार फीट से नीचे नहीं उड़ सकेंगी।
माना जा रहा है कि पाकिस्तान का ये भारत को निशाना बनाकर किया जा रहा है। पाकिस्तान की ओर से जारी एक नोटिस में फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगाने के पीछे ऑपरेशनल रीजन बताया गया है। कराची में जहां एक हफ्ते तक के लिए रोक लगाई गई थी, लाहौर में 31 अक्टूबर तक के लिए प्रतिबंध रहेगा। इंडियन एयरलाइन के एक रूट प्लानर ने बताया कि प्रतिबंध के चलते पाकिस्तान के रास्ते पश्चिमी और गल्फ देशों को जाने वाले विमानों में देर हो सकती है।
इंडियन एयरलाइन के एक कमांडर ने कहा कि आकाश में नीचे विमानों पर रोक लगाने के पीछे वजह ये हो सकती है कि पाकिस्तानी मिलिट्री जेट इस दौरान हवा में एक्सरसाइज करें। कराची जहां राजस्थान और गुजरात बॉर्डर के पास है, जबकि लाहौर जम्मू-कश्मीर और पंजाब के करीब है।
उधर, पीएमओ पाकिस्तान के साथ हवाई समझौते को रिव्यू कर रहा है कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स को भारत में उड़ने की अनुमति दी जाए या नहीं। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की न्यूक्लियर फैसिलिटी लाहौर में है और भारत को कभी भी उस जगह पर जाने की अनुमति नहीं दी जाती।
चूंकि ज्यादातर भारतीय विमान पाकिस्तान होकर ही पश्चिमी और गल्फ देशों में जाते हैं, इस प्रतिबंध की वजह से उन्हें वैकल्पिक रूट तलाश करने पड़ेंगे। सूत्रों के मुताबिक, फ्लाइट्स अहमदाबाद से होकर अरब सागर पार कर सकती है। वहीं, चीन होकर भी फ्लाइट्स जा सकती हैं, लेकिन अधिकारी इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि चीन सहयोग करेगा या नहीं।
उरी हमले के बाद पाकिस्तान की तरफ से एयरस्पेस पर ये तीसरा प्रतिबंध है। दस दिन पहले पीआईए ने पाक अधिकृत कश्मीर में गिलगिट-बाल्टिस्तान वाले इलाके में गिलगिट और शार्दूल इलाके में उड़ानें रद्द कर दी थी। अगर पकिस्तान अपने यहाँ से होकर गुजरने वाले भारतीय उड़ानों पर प्रतिबन्ध लगाता है तो गल्फ जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है |
सोर्स वेब
माना जा रहा है कि पाकिस्तान का ये भारत को निशाना बनाकर किया जा रहा है। पाकिस्तान की ओर से जारी एक नोटिस में फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगाने के पीछे ऑपरेशनल रीजन बताया गया है। कराची में जहां एक हफ्ते तक के लिए रोक लगाई गई थी, लाहौर में 31 अक्टूबर तक के लिए प्रतिबंध रहेगा। इंडियन एयरलाइन के एक रूट प्लानर ने बताया कि प्रतिबंध के चलते पाकिस्तान के रास्ते पश्चिमी और गल्फ देशों को जाने वाले विमानों में देर हो सकती है।
इंडियन एयरलाइन के एक कमांडर ने कहा कि आकाश में नीचे विमानों पर रोक लगाने के पीछे वजह ये हो सकती है कि पाकिस्तानी मिलिट्री जेट इस दौरान हवा में एक्सरसाइज करें। कराची जहां राजस्थान और गुजरात बॉर्डर के पास है, जबकि लाहौर जम्मू-कश्मीर और पंजाब के करीब है।
उधर, पीएमओ पाकिस्तान के साथ हवाई समझौते को रिव्यू कर रहा है कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स को भारत में उड़ने की अनुमति दी जाए या नहीं। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की न्यूक्लियर फैसिलिटी लाहौर में है और भारत को कभी भी उस जगह पर जाने की अनुमति नहीं दी जाती।
चूंकि ज्यादातर भारतीय विमान पाकिस्तान होकर ही पश्चिमी और गल्फ देशों में जाते हैं, इस प्रतिबंध की वजह से उन्हें वैकल्पिक रूट तलाश करने पड़ेंगे। सूत्रों के मुताबिक, फ्लाइट्स अहमदाबाद से होकर अरब सागर पार कर सकती है। वहीं, चीन होकर भी फ्लाइट्स जा सकती हैं, लेकिन अधिकारी इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि चीन सहयोग करेगा या नहीं।
उरी हमले के बाद पाकिस्तान की तरफ से एयरस्पेस पर ये तीसरा प्रतिबंध है। दस दिन पहले पीआईए ने पाक अधिकृत कश्मीर में गिलगिट-बाल्टिस्तान वाले इलाके में गिलगिट और शार्दूल इलाके में उड़ानें रद्द कर दी थी। अगर पकिस्तान अपने यहाँ से होकर गुजरने वाले भारतीय उड़ानों पर प्रतिबन्ध लगाता है तो गल्फ जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है |
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