अगर आप बैठे बैठे पैर हिलाते हैं तो बच सकते हैं कई बीमारियों से
Oct 2, 2016, 18:30 IST
डेस्क - भारतीय संस्कृति के अनुसार बैठे-बैठे पैर हिलाने को अशुभ माना जाता है। लेकिन वैज्ञानिक कारण देखें तो ऐसा करने से यह आपको कई प्रकार की बिमारियों से बचाता है | अक्सर जब आप बैठे-बैठ पैर हिलाने लगते हैं तो आपके बड़े आपको टोक देते हैं। ऐसा हर किसी के साथ होता है। बच्चों के बैठे-बैठे पैर हिलाने से बुजुर्गों का डांटना लाजिमी है। इसके पीछे भारतीय मान्यता है।बैठ कर काम करने के दौरान पैरों को बीच में हिलाते रहने से आर्टिलरी डिज़ीज से हमारे दिल को सुरक्षित रखता है। साथ ही ब्लड प्रेशर सहित फैट के बढ़ने, डिप्रेशन और आंखों की बीमारियों से भी रक्षा करता है।
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि कोई इंसान यदि पूजन कर्म या अन्य किसी तरह के धार्मिक कार्य में बैठने के दौरान पैर हिलाता है तो उसे पूजन कर्म का पूरा पुण्य नहीं मिल पाता। या फिर माना जाता है कि पैर हिलाने से धन की देवी महालक्ष्मी क्रोधित हो जाती है और धन का नाश होता है। इन अशुभ परिणामों को देखते हुए अक्सर परिवार के वृद्धजन पैर हिलाने से बच्चों को मना करते हैं। धार्मिक तौर पर पैर हिलाने के इतनी सारी हानियों को देखते हुए शायद ही कोई पैर हिलाता आपको नजर आए।
लेकिन वैज्ञानिक तौर पर देखा जाए तो पैर हिलाने से कई तरह की बीमारियां हमसे दूर रहती हैं और शरीर बीमारीमुक्त रहता है। हाल ही में हुए एक रिसर्च से पता चला है कि अगर आप बैठे-बैठे पैर हिलाते हैं तो ये आपके दिल की सेहत के लिए बड़ा शुभ होता है।
भले ही पैर हिलाना व्यायाम का विकल्प नहीं है लेकिन समय की कमी के कारण जो व्यायाम नहीं कर पाते उनके लिए बैठे-बैठे पार हिलाना व्यायाम से कम भी नहीं। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए बेहतर होगा कि आप काम करते करते पैरों को हिलाते डुलाते रहें। वैसे भी आपको मालुम ही है कि कुछ नहीं करने से बेहतर है कुछ तो करना। रक्तचाप की परेशानी होती है ठीकघंटों तक एक जगह बैठे रहने के दौरान पैर हिलाने से रक्तचाप की परेशानी ठीक होती है। एक जगह में घंटो तक बैठ कर काम करने से शरीर में रक्त प्रवाह धीमा होने लगता है जिससे ब्लड प्रेशर यानि रक्तचाप से जुड़ी बीमारियां शरीर में पनपने लगती हैं। जिससे दिल की बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आप काम करना और ऑफिस जाना तो नहीं छोड़ सकते हैं। तो बेहतर होगा कि बैठे-बैठे पार हिलाइए और अपनी सेहत को इन खतरों से बचा कर रखिए। बल्ड सर्कुलेशन होता है सही
हाल ही में कुछ महिलाओं और पुरुषों में एक शोध किया गया है जिसमें लोगों को तकरीबन कुछ घंटो तक एक ही स्थान पर बैठेकर काम करने को कहा गया। साथ में बीच-बीच में हर चार मिनट के बाद अपने पैरों को एक-एक मिनट के लिए इधर से उधर घुमाने और हिलाने के निर्देश दिए गए। शोधकर्ताओं ने इन लोगों के बैठने से पहले, बाद में तथा बैठे रहने के दौरान रक्त प्रवाह को नोट किया। परिणाम में पाया गया कि ऐसा करने से लोगों का बल्ड सर्कुलेशन धीमा होने के स्थान पर बढ़ गया जो धमनियों के लिए फायदेमंद है।
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि कोई इंसान यदि पूजन कर्म या अन्य किसी तरह के धार्मिक कार्य में बैठने के दौरान पैर हिलाता है तो उसे पूजन कर्म का पूरा पुण्य नहीं मिल पाता। या फिर माना जाता है कि पैर हिलाने से धन की देवी महालक्ष्मी क्रोधित हो जाती है और धन का नाश होता है। इन अशुभ परिणामों को देखते हुए अक्सर परिवार के वृद्धजन पैर हिलाने से बच्चों को मना करते हैं। धार्मिक तौर पर पैर हिलाने के इतनी सारी हानियों को देखते हुए शायद ही कोई पैर हिलाता आपको नजर आए।
लेकिन वैज्ञानिक तौर पर देखा जाए तो पैर हिलाने से कई तरह की बीमारियां हमसे दूर रहती हैं और शरीर बीमारीमुक्त रहता है। हाल ही में हुए एक रिसर्च से पता चला है कि अगर आप बैठे-बैठे पैर हिलाते हैं तो ये आपके दिल की सेहत के लिए बड़ा शुभ होता है।
भले ही पैर हिलाना व्यायाम का विकल्प नहीं है लेकिन समय की कमी के कारण जो व्यायाम नहीं कर पाते उनके लिए बैठे-बैठे पार हिलाना व्यायाम से कम भी नहीं। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए बेहतर होगा कि आप काम करते करते पैरों को हिलाते डुलाते रहें। वैसे भी आपको मालुम ही है कि कुछ नहीं करने से बेहतर है कुछ तो करना। रक्तचाप की परेशानी होती है ठीकघंटों तक एक जगह बैठे रहने के दौरान पैर हिलाने से रक्तचाप की परेशानी ठीक होती है। एक जगह में घंटो तक बैठ कर काम करने से शरीर में रक्त प्रवाह धीमा होने लगता है जिससे ब्लड प्रेशर यानि रक्तचाप से जुड़ी बीमारियां शरीर में पनपने लगती हैं। जिससे दिल की बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आप काम करना और ऑफिस जाना तो नहीं छोड़ सकते हैं। तो बेहतर होगा कि बैठे-बैठे पार हिलाइए और अपनी सेहत को इन खतरों से बचा कर रखिए। बल्ड सर्कुलेशन होता है सही
हाल ही में कुछ महिलाओं और पुरुषों में एक शोध किया गया है जिसमें लोगों को तकरीबन कुछ घंटो तक एक ही स्थान पर बैठेकर काम करने को कहा गया। साथ में बीच-बीच में हर चार मिनट के बाद अपने पैरों को एक-एक मिनट के लिए इधर से उधर घुमाने और हिलाने के निर्देश दिए गए। शोधकर्ताओं ने इन लोगों के बैठने से पहले, बाद में तथा बैठे रहने के दौरान रक्त प्रवाह को नोट किया। परिणाम में पाया गया कि ऐसा करने से लोगों का बल्ड सर्कुलेशन धीमा होने के स्थान पर बढ़ गया जो धमनियों के लिए फायदेमंद है।