गाली गलौज और धक्का मुक्की के साथ किया सपाइयों ने किया मेट्रो स्थल पर इंट्री

गाली गलौज और धक्का मुक्की के साथ किया सपाइयों ने किया मेट्रो स्थल पर इंट्री
अनुशासन भूले सपाई, पुलिस से की धक्का-मुक्की कानपुर - सपाई कहीं पहुंचे और गाली गलौज न हो तो वे अपनी तौहीन समझते हैं उन्हें सीएम के निर्देशों का भी खौफ नहीं रहता है । मेट्रो शिलान्यास से पहले सपाई कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए पुलिस से ही भिड़ गए। जिससे मुख्य गेट पर थोडी देर के लिए अफरा-तफरी मच गई।सपा पदाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद सपाइयों को पंडाल पर भेजा गया।अनुसूचित जाति व जनजाति प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अनिल सोनकर वारसी सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ ईदगाह होते हुए पालिका स्टेडियम पैदल पहुंचे।मुख्य गेट पर पुलिस कर्मियों ने एक-एक कर जाने के लिए कहा लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने और पुलिस कर्मियों से ही बदसलूकी करने लगे। झडप देख सीओ स्वरूप नगर स्वाती गर्ग पहुंची और कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की।लगभग आधा घंटे तक कार्यकर्ता पुलिस से उलझे रहे।जिसके बाद पुलिस ने इसकी सूचना सपा पदाधिकारियों को दी,सपा नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने कार्यकर्ताओं को डपटते हुए अनुशासन में रहने की हिदायत दी।तब जाकर पुलिस राहत की सांस ली और एक-एक करके कार्यकर्ताओं को पालिका स्टेडियम में भेजा गया।  पत्रकार दीर्घा में बवाल- कानपुर,अनुशासन का पाठ सपाइयों को कितना भी सीएम अखिलेश यादव पढ़ाए लेकिन वह अपने ढर्रे से बाज नहीं आने वाले है। सीएम को चेहरा दिखाने के लिए इस कदर बेकाबू हो गए कि पत्रकार दीर्घा में पहुंचकर अफरा-तफरी मचा दिये।पत्रकारों का मामला देख सपा नेता अमिताभ बाजपेयी ने तत्काल हस्तक्षेप कर कार्यकर्ताओं को पत्रकार दीर्घा से बाहर भगाया।   ऊंट लेकर पहुंचे सपाई- कानपुर,मेट्रो शिलान्यास को ऐतिहासिक बनाने के लिए सपाई कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते। जिसके चलते अलग-अलग अंदाज में सपाई कार्यक्रम स्थल पहुंचे। जिसमें सबसे आकर्षण का केन्द्र ऊंट रहे। ऊंटों पर कार्यकर्ता ढ़ोल नगाड़ा बजाकर मुख्यमंत्री का गुणगान कर रहे थे। आपस में भिडे कार्यकर्ता- कार्य मेट्रो प्रोजेक्ट के शिलान्यास के पहले मंगलवार को पालिका स्टेडियम में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए।गाली-गलौज से शुरू हुआ मामला धक्का-मुक्की और मारपीट तक पहुंच गया।पुलिस की कड़ी मशक्कत के बाद कार्यकर्ताओं को अलग-अलग किया गया। इस दौरान आयोजकों ने लाउड स्पीकर की आवाज तेज कर दी, ताकि गाली-गलौज की आवाज लोगों के कानों तक न पहुंचे। यह पूरी घटना मुख्य मंच से कुछ ही दूरी पर हुई। 

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