तब जाकर लगेगी डेंगू पर लगाम

तब जाकर लगेगी डेंगू पर लगाम
डेस्क - डेंगू भारत में ही नहीं विदेशों में ही पाना कहर बरपा रहा है जिसको लेकर कई सारे देशों में डेंगू के टीके को मंजूरी मिल चुकी है | डेंगू बनाने वाली कंपनी का दावा है कि डेंगू का यह टीका लगाने से डेंगू के 10 में से आठ रोगी अस्पताल में भर्ती होने से बच जाते हैं और यह डेंगू के गंभीर मामलों में 93 फीसदी की कमी करता है | दुनिया में डेंगू का टीका बनाने वाली पहली कंपनी सनोफी-पास्चर ने मंगलवार को कहा कि उसके टीके को 11 देशों से मंजूरी मिल चुकी है| कंपनी द्वारा निर्मित डेंगू के टीके 'डेंगवाशिया' को हाल में इंडोनेशिया, थाईलैंड तथा सिंगापुर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंजूरी दी. मेक्सिको, फिलीपींस, ब्राजील, अल साल्वाडोर, कोस्टारिका, पराग्वे, ग्वाटेमाला और पेरू पहले ही इस टीके को मंजूरी दे चुके हैं.
सनोफी पास्चर के ग्लोबल मेडिकल अफेयर्स के प्रमुख सू पेइंग एनजी ने कहा, “टीके को चिकित्सा और लोक स्वास्थ्य के क्षेत्र में मिल रही मान्यता से हम बेहद प्रसन्न हैं।”ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि अगर ये टीका सच में कारगर है तो क्यों न भारत में इसे टेस्ट किया जाए?इस साल डेंगू से दिल्ली ही नही यूपी और पश्चिम बंगाल भी पूरी तरह से त्रस्त है. कितना कारगर है ये टीका?कंपनी का दावा है कि इस टीके की मदद से डेंगू प्रभावित देशों में लोक स्वास्थ्य अधिकारी 2020 तक विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा तय मृत्यु दर में 50 फीसदी तथा रोगियों की संख्या में 25 फीसदी कमी के लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं.सोर्स वेब

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