सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक फायदे का आरोप लगाया मायावती ने

सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक फायदे का आरोप लगाया मायावती ने
पाकिस्तान के साथ नियन्त्रण रेखा के भीतर आतंकी शिविरों को नष्ट करके उनको भारी नुकसान पहुँचाकर देश का मनोबल बढ़ाने वाली ‘‘सर्जिकल स्ट्राइक‘‘ कार्रवाई के लिए केवल सेना का ही अभिनन्दन व जय-जयकार होना चाहिये, किसी नेता या मंत्री आदि का नहीं। भाजपा का ऐसा राजनीतिक व चुनावी प्रयास अनुचित : बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी।


लखनऊ - बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के साथ नियन्त्रण रेखा के भीतर जाकर आतंकियों के कैम्पों पर अत्यन्त ही सफल ‘‘सर्जिकल स्ट्राइक‘‘ करके देश का मनोबल बढ़ाने की कार्रवाई को यहाँ खासकर उत्तर प्रदेश में चुनाव के नजदीक राजनीतिक तौर पर भुनाने के भाजपा के इस प्रयास की तीव्र निन्दा करते हुये कहा कि वास्तव में इसके लिये अभिनन्दन व जय-जयकार केवल सेना का ही होना चाहिये, ना कि देश के किसी नेता व रक्षा मंत्री एवं प्रधानमंत्री आदि का। भाजपा का ऐसा राजनीतिक व चुनावी प्रयास पूरी तरह से अनुचित है।सुश्री मायावती जी ने आज यहाँ जारी एक बयान में कहा कि वास्तव में लोगों की यह आशंका सही साबित होती जा रही है कि खासकर उत्तर प्रदेश विधानसभा आमचुनाव में अपनी पार्टी की खराब स्थिति के मद्देनज़र भाजपा व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार हिन्दू-मुस्लिम के बीच आपस में नफरत, तनाव व दंगा आदि फैलाकर वोटों का धु्रवीकरण करने के साथ-साथ भारत-पाकिस्तान मामले पर उन्माद फैलाकर चुनाव को अपने पक्ष में प्रभावित करने का प्रयास ज़रूर करेगी, जैसाकि इन्होंने सन् 2014 के लोकसभा आमचुनाव के दौरान करके उसका चुनावी लाभ भी उठाया था।भाजपा के इस प्रकार के चुनावी हथकण्डों के साथ-साथ आने वाले चुनाव में धर्म के इस्तेमाल की भी संभावना के प्रति लोगां को सतर्क व सावधान रहने की अपील करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहा कि अब ऐन चुनाव से पहले विभिन्न योजनाओं/परियोजनाओं का शिलान्यास आदि करके भी लोगां को वरग़लाने का प्रयास केन्द्र की भाजपा व प्रदेश की सपा सरकार द्वारा शुरू कर दिया गया है, जिनसे भी सावधानी जरूरी है। वास्तव में ये दोनों सरकारें अगर उत्तर प्रदेश व यहाँ के विकास के प्रति थोड़ी भी गम्भीर व चिन्तित होती तथा इनकी नीयत सही होती तो इन दोनों ही पार्टियों को अपनी-अपनी सरकार बनने के बाद इन योजनाओं पर काम काफी पहले ही शुरू कर देना चाहिये था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।सुश्री मायावती जी ने कहा कि आतंकी शिविरों पर सेना की पराक्रमी कार्रवाई के सम्बन्ध में वैसे तो केन्द्र सरकार के मन्त्रियों व भाजपा के नेताओं को बयानबाजी नहीं करने की हिदायत दिये जाने की बात कही जा रही है, परन्तु इसका कोई प्रभाव पड़ता हुआ कहीं नजर नहीं आ रहा है। बल्कि इसके विपरीत इस मुद्दे पर हर प्रकार से बयानबाज़ी, पोस्टरबाज़ी व होर्डिंगबाज़ी आदि करके लोगां में उन्माद पैदा करने की कोशिश की जा रही है और यह सब बेरोक-टोक लगातार खासकर उत्तर प्रदेश में जारी है जबकि सीमा पर पाकिस्तानी सेना की तरफ से लगातार गोलाबारी के कारण हालात अभी भी लगातर नाजुक व चिन्ताजनक बने हुये हैं और साथ ही आतंकी भी अपनी कार्रवाई लगातार जारी रखे हुये हैं। ऐसी परिस्थिति में खासकर भाजपा व केन्द्र में उसकी सरकार की जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है। देश को उन्हें अपने इन ‘‘हथकण्डों व षड़यन्त्रों‘‘ से मायूस नहीं करना चाहिये।


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