दशहरे के दिन मोदी थामेंगे दैवीय शस्त्र जिससे करेंगे दुश्मनों का नाश
Oct 10, 2016, 18:30 IST
लखनऊ - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लखनऊ में होंगे और रामलीला में भाग लेंगे इस मौके पर रामलीला के संयोजक द्वारा जो मोदी को उपहार दिए जायेंगे वह भी खास है जो चर्चा का विषय बना हुआ है | रामलीला आयोजन समिति द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लखनऊ रामलीला में आने पर उन्हें धनुष बाण गदा और सुदर्शन चक्र दिए जा रहे हैं जो अपने आप में अनूठा है | इसके पहले भी नेताओं को तलवार धनुषबाण गदा और पगड़ी दिए जाने कि परंपरा है लेकिन सुदर्शन चक्र देकर मोदी से कुछ ऐसी अपेक्षाए भी प्रदर्शित किया जाना माना जा रहा है कि वे देश के आसुरी शक्तियों का विनाश करें |
जानकार यह भी बताते हैं कि धनुष बाण जहाँ युद्ध में प्रयोग होता रहा है वहीँ प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में उनका पारंपरिक हथियार भी है इससे यह भी समझा जा सकता है कि प्रदेश के जनजातीय लोगों को भी लुभाने का प्रयास किया जा रहा हो | गौरतलब है कि लखीमपुर श्रावस्ती रुपयडीह में जनजातीय लोगों कि अच्छी खासी संख्या है और मोदी को धनुषबाण साधते हुए जनजातीय लोगों में अपनत्व कि भावना भी आ सकती है |
सुदर्शन चक्र के बहाने
मोदी को दिया जाने वाला सुदर्शन चक्र अपने आप में एक अनूठा गिफ्ट है हालाकि यह बहुत कम ही देखा गया है कि राजनेताओं को सुदर्शन चक्र दिया जाता हो | यह भी माना जा सकता है कि सुदर्शन के जरिए लोगों कि यह भी कामन हो कि जिस तरह से भगवान विष्णु ने असुरों का संघार किया था और भगवान कृष्ण ने जयद्रध को मारा था उसी तरह से मोदी को सुदर्शन चक्र देकर देश में और विदेश में जो असुरी शक्तियां हैं उसका विनाश करने के लिए उनको प्रतीकात्मक सुदर्शन चक्र दिया जा रहा है |
जिस तरह से 2014 में नरेंद्र मोदी को पूर्ण बहुमत की सरकार आई उस समय लोगों कि अपेक्षा थी कि महगाई और भ्रस्ट्राचार पर अंकुश लगेगा उसके बाद जिस तरह से सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया उसके बाद मोदी से लोगों कि अपेक्षाएं और भी बढ़ गई हैं | सुदर्शन चक्र के बहाने कई और सन्देश दिए जाने का प्रयास होगा यह रामलीला |
जानकार यह भी बताते हैं कि धनुष बाण जहाँ युद्ध में प्रयोग होता रहा है वहीँ प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में उनका पारंपरिक हथियार भी है इससे यह भी समझा जा सकता है कि प्रदेश के जनजातीय लोगों को भी लुभाने का प्रयास किया जा रहा हो | गौरतलब है कि लखीमपुर श्रावस्ती रुपयडीह में जनजातीय लोगों कि अच्छी खासी संख्या है और मोदी को धनुषबाण साधते हुए जनजातीय लोगों में अपनत्व कि भावना भी आ सकती है |
सुदर्शन चक्र के बहाने
मोदी को दिया जाने वाला सुदर्शन चक्र अपने आप में एक अनूठा गिफ्ट है हालाकि यह बहुत कम ही देखा गया है कि राजनेताओं को सुदर्शन चक्र दिया जाता हो | यह भी माना जा सकता है कि सुदर्शन के जरिए लोगों कि यह भी कामन हो कि जिस तरह से भगवान विष्णु ने असुरों का संघार किया था और भगवान कृष्ण ने जयद्रध को मारा था उसी तरह से मोदी को सुदर्शन चक्र देकर देश में और विदेश में जो असुरी शक्तियां हैं उसका विनाश करने के लिए उनको प्रतीकात्मक सुदर्शन चक्र दिया जा रहा है |
जिस तरह से 2014 में नरेंद्र मोदी को पूर्ण बहुमत की सरकार आई उस समय लोगों कि अपेक्षा थी कि महगाई और भ्रस्ट्राचार पर अंकुश लगेगा उसके बाद जिस तरह से सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया उसके बाद मोदी से लोगों कि अपेक्षाएं और भी बढ़ गई हैं | सुदर्शन चक्र के बहाने कई और सन्देश दिए जाने का प्रयास होगा यह रामलीला |