इस बात ने नवाज शरीफ को कर दिया परेशान

इस बात ने नवाज शरीफ को कर दिया परेशान
नई दिल्ली - दूसरों के घर में आग लगाने वाला पाकिस्तान अब खुद ही झुलस रहा है और वो दिन दूर नहीं जब वो पूरी तरह से भुखमरी के कगार पर पहुच जाये ।अमेरिका के बाद सऊदी अरब ने भी पाकिस्तान को मदद देनी बंद कर दी और चीन की यही चाल रही को पाकिस्तान में भुखमरी-बेरोजगारी और आतंकवाद सभी सीमाएं तोड़कर सरकारी सिस्टम को खत्म कर देंगे। चाईना पाक कारिडोर के दुष्प्रभाव सामने आने लगे हैं। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था अभी से गड़बड़ाने लगी है। कुछ दिन पहले ही इंटरनेशनल मोनेट्री फण्ड (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को चेताया था कि चीन के बड़े निवेश के दुष्प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं। आईएमएफ ने तो 2020 के बाद पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर गंभीर संकट की बात कही थी, लेकिन पाकिस्तान के नेशनल बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा है कि देश में विदेशी निवेश में 38 फीसदी से भी ज्यादा की कमी आयी है। कुछ विदेशी विशेषज्ञों का कहना है कि इन परिस्थितयों में पाकिस्तान में आंतरिक विघटन हो सकता है। क्षेत्रीय ताकतें अपने अस्तित्व को बचाने के लिए केंद्र से बगावत कर सकती हैं और भीषण रक्तपात के साथ नये आजाद मुल्क वजूद में आ सकते हैं।बलूचिस्तान पहले से ही विद्रोह कर रहा है ।पाक अधिकृत कश्मीर में भी पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठाने लगी है । सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि अमेरिकी और उसके प्रभाव वाले देशों के साथ ही सऊदी अरब ने भी पाकिस्तान में पैसा लगाना पहुत कम कर दिया है। पाकिस्तान की अर्थव्यस्था फिल्हाल विदेशी निवेश के भरोसे है। ऐसे में केवल चीन के भरोसे पाकिस्तान का काम नहीं चलेगा। वैसे सीपेक में चीन का निवेश भी धीमी गति से हो रहा है। इसका नुकसान भी पाकिस्तान को उठाना पड़ रहा है।भारत में चीन के बने सामानों का बहिष्कार किया जा रहा है जिससे भारत की सेहत पर कोई बहुत बड़ा प्रभाव नहीं पड़ रहा है लेकिन चीन की हालत पर भले ही फर्क पड़ रहा है ।

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