कैश का संकट 55 की मौत

कैश का संकट 55 की मौत
नई दिल्ली - मोदी सरकार द्वारा नोट बंदी के बाद अब तक 55 मौतें हो चुकी हैं यह कहना है कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला का उन्होंने आरोप लगाया है कि नोट बंदी का फैसला पूरी तरह से बिना तैयारी के लिया गया है | सुरजेवाला ने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो फैसला पहले करते हैं और उसके बारे में सोचते बाद में हैं | सुरजेवाला ने कहा की मोदी ने नौ दिन में 18 बार नियम बदले हैं |
कहाँ हुई मौतें यूपी जालौन 70 वर्षीय रिटायर्ड स्कूल टीचर रघुनाथ वर्मा की मौत लाइन में लगने से हुई। यूपी के ही बुलंदशहर में नवजात की मौत अस्पताल ने पुराने नोट नही लेने से हुई।दिल्ली के 24 साल के रिजवान, यूपी शामली की 20 साल की शबाना, 18 माह की विजाग की कोमली, यूपी मैनपुरी का 1 साल का कुश, राजस्थान पाली के चंपालाल मेघवाल, तेलंगाना मह्बूबाबाद की 55 साल की कंदुकुरी विनोदा, बंगाल की मधु अरोड़ा, बिहार कैमूर के 45 वर्षीय रामअवध शाह, केरला थलेसरी के 45 साल के केके उन्नी, गुजरात बरकत शेख समेत कई ऐसे महै जिनकी मौतो की वजह नोंटबंदी बताई जा रही है।पंजाब के तरन तारन में सुखदेव सिंह को बेटी की शादी से पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई । सुखदेव की पत्नी सुरजीत कौर ने मीडिया को बताया कि नोट बंदी के बाद कोई भी पुराने नोट लेने के लिए तैयार नहीं था , इसी के चलते सुखदेव परेशान चल रहे थे।यूपी बुलंदशहर में BSF जवान के 17 वर्षीय बेटे ने आत्महत्या कर ली । वजह घरवालों ने उसे नए नोट देने से मना कर दिया ।ओडिशा संभलपुर में 2 साल के बच्चे की मौत परिवार के पास नए नोट नहीं होने की वजह से हुई। बीमार बच्चे को अस्पताल पहुचाने के लिए हर ऑटो रिक्शा पुराने नोट लेने के लिए मना कर दिया था।तेलंगाना सिकंदराबाद 75 साल के लक्ष्मीनारायण की मौत नोट बदलवाने की लाइन में खडे रहने के कारण हुई। परिजनों के मुताबिक 1.7 लाख रुपए बदलवाने बैंक गए थे।बिहार औरंगाबाद में सुरेन्द्र शर्मा, एमपी के छतरपुर किसान हलके लोधी, यूपी मेरठ 60 साल के अजीज अंसारी तीनों की मौत नोट बदलवाने की लाइन में हार्ट अटैक आने से हुई।source web

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