500,1000 के नोट बंद होने से पाकिस्तान हुआ परेशान,घाटी पर कर रहा था नकली नोटों का कारोबार

500,1000 के नोट बंद होने से पाकिस्तान हुआ परेशान,घाटी पर कर रहा था नकली नोटों का कारोबार
डेस्क-प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के काले धन के खिलाफ छिड़े महासंग्राम से सिर्फ भ्रष्ट लोग ही परेशान नही है आंतकवादी और उनके आकाओं की नींद भी हराम हो रखी है नकली करेंसी का मामला कितना गंभीर है इसका शायद देश के एक करोडो लोगो और यहा तक की पत्रकारों विशेष इत्यादि को भी कोई अंदाजा नही था अब श्रीनगर बैंकों से मिलने वाले डाटा के बारे में जो कहा जा रह है वह हेरान परेशान कर देने वाला मामला सामने आया है
श्रीनगर
के बैंकों में जमा होने वाली रकम में 43% रकम नकली है इस का मतलब हुआ की पाकिस्तान ने कश्मीर घाटी की इकानमी को लगभग नष्ट कर दिया था नकली करेंसी का फैलाव इस कदर तक बढ गया होगा किसी ने सोचा तक नही होगा लेकिन मोदी जी की वजह से इस कार्य पर भी प्रतिबन्ध लग ही गया एक बात सामने आई है नोट बंदी के बाद से हिंसा की खबर नही आई है मतलब मोदी निति की वजह से ALL IS WELL हो गया अब 500 और1000 की पुरानी करेंसी बैन हो चुकी है,अब हम लोग चैन की सांस जरूर ले सकते हैं लेकिन गौर कीजिये की पाकिस्तान अपनी चाल में कहाँ तक कामयाब हो चूका था कि घाटी में नकली करेंसी न जाने कितने अधिक समय से चल रही थी! 43% तक नकली नोट चला दिया| ये काम एक दो साल का नहीं है! ये काम कम से कम एक दशक से चल रहा हुआ होगा और इस काम में अलगाववादियों ने भरपूर मदद की है इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता है की अब जब कश्मीर का 43% पैसा बेकार हो चूका है वहां के पत्थरबाजों को बांटा हुआ पैसा भी पूरी तरह से बेकार हो चूका है मोदी जी ने पहले पायलेट गन चलाई फिर BSF को कश्मीर में खुली छुट दे दी और अब नोट बंदी करके सबको सड़क पर ले आए मतलब सभी गद्दारों के बूरे दिन एक साथ आ गए हैं! काले धन का सफाया तो अलग मुद्दा है, उससे होने वाले देश को लाभ को भी एक तरफ कर दिया है| कश्मीर में नकली करेंसी को खत्म करने के लिए भी यदि मोदी जी ऐसा कदम उठाते है तो उसे शत-प्रतिशत सही माना जा सकता है साथ ही साथ इससे देश को जो फायदा होता है वो भी बहुत फायेदेमंद होता है जब से देश में नोटबंदी हुई है तब से औपोजीशन और बाकी पार्टियों के नेताओं के सोशल मीडिया पर बहुत से ट्वीट्स, वीडीयोस, और बयान सामने आये, जिनका निचोड़ यही निकला कि इन सभी को लगता है कि मोदी के इस फैसले से कुछ नहीं होने वाला है और वो जनता को बेवकूफ बना रहे हैं! इन सभी की इस बौखलाहट के पीछे दो वजह हैं पहली तो काले धन की समस्या पर विराम लग गया है, और दूसरा चुनाव, जो सर पर हैं! सभी जानते हैं काले धन का चुनाव में बहुत प्रयोग होता पर 500/1000 के नोट बैन होने के बाद ये पैसा महज कागज़ रह गया है l अब ये नेता अपनी वोट की रोटियाँ कैसे सकेंगे, यही चिंता इन्हें सता रही है! ये सब इतना नहीं समझ पाएं हैं कि इस समस्या से एक नहीं बल्कि अनेक समस्याओं पर काबू पाया जा सकेगा है और तो और सेना के लिए कुछ करने का मौका भी मिलेगा |

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