एयरक्राफ्ट के सहारे बैंकों तक नोट पहुचाने में लगी आरबीआई

एयरक्राफ्ट के सहारे बैंकों तक नोट पहुचाने में लगी आरबीआई
नई दिल्ली -बैंकों में अभी भी लम्बी कतार है इसी बीच लोगों को वेतन मिलना का भी समय आ गया है बैंको को कैश अभी भी नहीं उपलब्ध हो पा रहा था और अब बड़ी जरुरत होने जा रही है | इस समस्या से निपटने के लिए आरबीआई ने एयरक्राफ्ट हरक्यूलिस और ग्लोबमास्टर के सहारे कैश पहुचाने की गति को और भी तेज कर दिया है | नोटबंदी के बाद से इन विमानों की सेवाएँ ली जा रही हैं लेकिन अब फ्रीक्वेंसी और भी बधाई जा रही है |

नोट बंदी से देशभर में कैश की भारी किल्लत है। इस किल्लत को दूर करने के लिए वायुसेना के सबसे बड़े एयरक्राफ्ट हरक्यूलिस और ग्लोबमास्टर ने उड़ान भरने का काम शुरू कर दिया है। अभी तक इन विमानों द्वारा 15 से ज्यादा उड़ानें भरी जा चुकी हैं। इसका मकसद कम से कम समय में सुरक्षित रूप से निर्धारित शहरों तक प्रिंटेड नोटों को पहुंचाना है। बताया जा रहा है कि 20 नवंबर को नई करेंसी के साथ उड़ान भरने की शुरुआत हुई थी। तब से एयरक्राफ्ट द्वारा देश के सभी क्षेत्रों में कम समय में पैसा पहुंचाने का काम जारी है। यह काम तब तक जारी रहेगा जब तक कैश क्रंच की समस्या दूर नहीं हो जाती। उन्होंने कहा कि आमतौर करेंसी को ढोने का काम सड़क व रेल लिंक माध्यमों का प्रयोग किया जाता है। केवल सड़क व रेल मार्ग से कटे उत्तर पूर्व या कुछ अन्य क्षेत्रों में अभी तक विमान से पैसा पहुंचाने का काम होता रहा है। पर नोटबंदी की वजह से कुछ समय के लिए वायुसेना को तत्काल नई करेंसी को पहुंचाने की जिम्मेवारी सौंपी गई है।

वायुसेना के अधिकारी के मुताबिक इन विमानों से अब तक अलग-अलग जगहों पर 500 और 2,000 रुपये के 165 टन नोट पहुंचाया जा चुका है। ये नोट नासिक, मैसूर, इंदौर और सालबोनी (पश्चिम बंगाल) के प्रिंटिंग प्रेस में छापे गये थे। न्यू करेंसी चंडीगढ़, त्रिवेंद्रम और शिलांग सहित अन्य शहरों में पहुंचाना गया है।
इन विमानों की सेवाएँ दूर दराज क्षेत्रों में नोट पहुचाने के लिए ली जा रही है लेकिन अब जिस तरह से कैश की जरुरत बढ़ रही है उसको देखते हुए माना जा रहा है कि अन्य क्षेत्रों में भी नोट पहुचाने के लिए यह सेवाएँ ली जा सकती हैं |
कैश क्रंच की समस्या से पार पाने के लिए वायुसेना को कम समय में नये नोट RBI के क्षेत्रीय केंद्रों तक पहुंचाने का काम द्वारा सौंपा गया है। लेकिन नोट कहां जाना है इस बात का निर्णय आरबीआई और वित्त मंत्रालय अधिकारी लेते हैं। अमरीकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस और ग्लोबमास्टर बोइंग द्वारा निर्मित सी-17 विमान को इस काम में लगाया गया है। पिछले एक सप्ताह के दौरान इन विमानों ने 15 उड़ानें भरी हैं।
आरबीआई के सामने यह बहुत बड़ी समस्या है कि वह किस तरह से इस मामले से निपटे एक तो कैश की उपलब्धता की कमी और उसे पहुचाना आरबीआई के लिए टेढ़ी खीर है | दिसम्बर के एक हफ्ते बैंकों के लिए और भी भारी रहने की उमीद जताई जा रही है |

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