कभी सीएम का हेलीकाप्टर नहीं दिया था डीएम ने अब मंत्रियों की चाटुकारिता में बीतती है जिंदगी

कभी सीएम का हेलीकाप्टर नहीं दिया था डीएम ने अब मंत्रियों की चाटुकारिता में बीतती है जिंदगी
लखनऊ -एक समय था जब अपनी ड्यूटी करते हुए अधिकारियों द्वारा कानून का पालन करते थे यहाँ तक की सीएम का हेलीकाप्टर तक नहीं उतरने दिया था ।वहीँ अब अपनी कुर्सी बचाने के लिए आईएएस अधिकारी सीएम क्या विधायक और मंत्रियों तक की चापलूसी करते है और एकेडमी में ट्रेनिंग के दौरान ली गई शपथ तक भूल जाते हैं । बात कर रहे हैं 35 साल में 54 ट्रांसफर से नवाजे जाने वाले जिसमे कि नौ साल विदेश में रहने के बाद भी अपने काम से जाने -जाने वाले आईएएस अधिकारी डॉ सूर्य प्रताप सिंह की जिन्होंने बदायूं  डीएम रहते हुए मुलायम का हेलीकाप्टर नहीं उतरने दिया था और हेलीकाप्टर 20 मिनट तक हवा में ही घूमता रहा और वापस चला गया । डॉ सूर्य प्रताप सिंह ने आपकीखबर से बात करते हुए बताया कि 1989 में  जब वह बिजनौर के डीएम हुआ करते थे वहां सीएम मुलायम सिंह की जनसभा होनी थी । इसी बीच चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई और सीएम मुलायम सिंह यादव का हेलीकाप्टर उतारना था वह हवा में 20 मिनट तक घूमता रहा लेकिन चुनाव आयोग की परमिशन नहीं मिली और हेलीकाप्टर को उतरने से मना कर दिया गया । यही नहीं उन्होंने बताया कि उसी दिन डी पी यादव जो उस समय मंत्री भी थे अपने काफिले के साथ पहुचे और उनके साथ चल रहे 35 रायफल  बरामद कर लिए गए क्योंकि चुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी थी , यह सब केवल कानून का पालन करने के लिए किया गया था वहीँ सीएम को खाने के लिए आग्रह भी किया और उन्हें बड़े ही विनम्रता से कहा भी कि यह उनकी ड्यूटी में शामिल था । कितना बदल गया वह दौर जब अधिकारियों के लिए अपनी ड्यूटी ही सब कुछ था और अब है कि पूरी नौकरी ही चाटुकारिता में बीत जाती है । डॉ एसपी सिंह ने यह भी कहा जो अधिकारी क्रिएटिव हैं उनको प्रोत्साहित भी किया जाना चाहिए ।

Share this story