संबंध बनाते समय मत करना ऐसी गलती नही जल्द हो बुढ़ापे का शिकार
Jan 26, 2017, 05:08 IST
डेस्क-कि ऐसी महिलाएं जो प्रति दिन 40 मिनट से कम समय तक हल्की से भारी शारीरिक मेहनत का काम करती हैं उनके शरीर में टेलोमीरिज छोटे होते हैं। टेलोमीरिज क्रोमोसोम्स को डिस्ट्रॉय होने से बचाने वाले डीएनए स्ट्रेंड्स के अंतिम हिस्सों पर लगे छोटे छोटे कैप होते हैं और उम्र बढ़ने के साथ ये तेजी से और छोटे होते जाते हैं।
1-मोटापे और धूम्रपान है वजह
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है हमारे शरीर में ये टेलोमीरिज नैचुरली छोटे और नाजुक होते जाते हैं लेकिन हेल्थ और लाइफस्टाइल जैसे कि मोटापा और धूम्रपान से यह प्रक्रिया और तेज हो जाती है । टेलोमीरिज के छोटे होने का संबंध दिल संबंधी बीमारियों और कई प्रकार के प्रमुख कैंसरों से होता है ।
2-एक्सपर्ट की मानें तो
यूसी सेन डियागो की शोध टीम के मुख्य लेखक अलादीन शादाब का कहना हैं कि हमारे शोध में यह पता चला है कि अगर आरामतलब जीवनशैली है तो कोशिकाएं तेजी से बूढ़ी होती हैं। वास्तविक उम्र हमेशा बायलोजिकल उम्र के बराबर नहीं होती है । शोधकर्ताओं का मानना है कि उन्होंने पहली बार इस बात का पता लगाया है कि किस प्रकार आरामतलब जीवनशैली और कसरत मिलकर बढ़ती उम्र को प्रभावित कर सकते हैं ।
3-1500 महिलाएं हुई रिसर्च में शामिल
इस शोध में 64 से 95 साल की उम्र की करीब 1500 महिलाओं को शामिल किया गया। शादाब के मुताबिक उन्होंने पाया कि जो महिलाएं अधिक समय तक बैठी रहती हैं लेकिन यदि वे प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट तक कसरत करती हैं तो उनके टेलोमीरिज छोटे नहीं पाए गए कि कसरत के फायदों के बारे में उसी समय बता दिया जाना चाहिए जब हम युवा होते हैं और शारीरिक गतिविधियां हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा होनी चाहिए, फिर चाहे आपकी उम्र 80 साल की ही क्यूं न हो
1-मोटापे और धूम्रपान है वजह
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है हमारे शरीर में ये टेलोमीरिज नैचुरली छोटे और नाजुक होते जाते हैं लेकिन हेल्थ और लाइफस्टाइल जैसे कि मोटापा और धूम्रपान से यह प्रक्रिया और तेज हो जाती है । टेलोमीरिज के छोटे होने का संबंध दिल संबंधी बीमारियों और कई प्रकार के प्रमुख कैंसरों से होता है ।
2-एक्सपर्ट की मानें तो
यूसी सेन डियागो की शोध टीम के मुख्य लेखक अलादीन शादाब का कहना हैं कि हमारे शोध में यह पता चला है कि अगर आरामतलब जीवनशैली है तो कोशिकाएं तेजी से बूढ़ी होती हैं। वास्तविक उम्र हमेशा बायलोजिकल उम्र के बराबर नहीं होती है । शोधकर्ताओं का मानना है कि उन्होंने पहली बार इस बात का पता लगाया है कि किस प्रकार आरामतलब जीवनशैली और कसरत मिलकर बढ़ती उम्र को प्रभावित कर सकते हैं ।
3-1500 महिलाएं हुई रिसर्च में शामिल
इस शोध में 64 से 95 साल की उम्र की करीब 1500 महिलाओं को शामिल किया गया। शादाब के मुताबिक उन्होंने पाया कि जो महिलाएं अधिक समय तक बैठी रहती हैं लेकिन यदि वे प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट तक कसरत करती हैं तो उनके टेलोमीरिज छोटे नहीं पाए गए कि कसरत के फायदों के बारे में उसी समय बता दिया जाना चाहिए जब हम युवा होते हैं और शारीरिक गतिविधियां हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा होनी चाहिए, फिर चाहे आपकी उम्र 80 साल की ही क्यूं न हो