अब दिखेगा नोट बंदी के बाद का असर

अब दिखेगा नोट बंदी के बाद का असर
नई दिल्ली -सरकार ने लोगों को एक बार फिर से अच्छे दिन की आस जगा दी है ,नोट बंदी का दंश झेले हुए लोगों को अब मरहम लगाने की तैयारी है वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2016-17 का आर्थिक सर्वे सदन के पटल पर रखा, जिसमें उन्होंने नोटबंदी के बाद होने वाले असर भी गिनाए। सरकार का कहना है कि नोटबंदी से भले ही अभी कोई ज्यादा लाभ नहीं दिख रहा हो, लेकिन इसके लाभ आगे लोगों को दिखेंगे |

नोटबंदी से कृषि पर दिखेगा असर - पढ़ें पूरा आर्थिक सर्वे
-वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में आर्थिक सर्वे पेश किया इस सर्वे में वित्त वर्ष 2017-18 के लिए 6.75% से 7.5% की दर से आर्थिक वृद्धि का अनुमान रखा गया है. ये भी कहा गया है कि 2016-17 में जीडीपी वृद्धि घटकर 6.5 प्रतिशत पर आएगी। जोकि पिछले वित्त वर्ष में 7.6 प्रतिशत थी.

-इस आर्थिक सर्वे में चालू वित्त वर्ष में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 4.1 प्रतिशत रहने का अनुमान दिया गया है जोकि 2015-16 में यह 1.2 प्रतिशत थी. सबसे बड़ी बात ये भी सर्वे में रखी गई हैै कि भारत का ट्रेड-जीडीपी अनुपात अब चीन से ज्यादा है. कच्चे तेल की कीमतों में उछाल को जीडीपी के लिए बड़ा खतरा भी बताया गया है.
-इसमें अर्थव्यवस्था के विकास की राह में तीन बड़े खतरों का जिक्र किया गया है। नोटबंदी से कृषि क्षेत्र पर कैश की कमी का असर दिखेगा. इसके अलावा मौजूदा वित्त वर्ष 2016-17 में भारत की जीडीपी 7.1 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. ये भी अनुमान दिया गया है कि आने वाले वित्त वर्ष में में कच्चे तेल में गिरावट का फायदा मिलना बंद हो जाएगा। इसके अलावा कहा गया है कि कच्चे तेल के दाम में उछाल की वजह से रिजर्व बैंक अब ब्याज दरों में कटौती नहीं करेगा.



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