गरीबों के राशन पर अनाज माफियाओं की नजर पर रोक कैशलेश हुआ लेनदेन

गरीबों के राशन पर अनाज माफियाओं की नजर पर रोक कैशलेश हुआ लेनदेन
अहमदाबाद -अब किसानों और गरीबों के राशन पर डाका डालने वालों के बुरे दिन शुरू हो गए हैं । एक तरफ जहाँ आधार दिखाकर राशन लिया जा सकेगा वहीँ आधार के वजह से सही व्यक्ति की पहचान भी हो जायेगी । लोगों को इस तरह से कैशलेश करने की मुहिम में गुजरात ने बाजी मार ली है । गुजरात भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने सार्वजनिक जन वितरण प्रणाली पीडीएस में कैशलेस सिस्टम लागू कर दिया है. अब लाभार्थी आधार कार्ड दिखाकर राशन ले सकते हैं. केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के लाभार्थी गुजरात में अपना आधार कार्ड दिखाकर सस्ते दामों पर मिलने वाला राशन ले सकते हैं. खाद्य मंत्रालय के अनुसार पूरे देश में 81 करोड़ लोग खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ ले रहे हैं. पासवान ने एक बयान में कहा है, "गुजरात में 31 मार्च की समयसीमा से पहले ही राशन की 17,250 दुकानों पर आधार कार्ड से भुगतान करने की व्यवस्था को लागू करने के राज्य सरकार के प्रयास सराहनीय हैं." पासवान ने कहा, "कैशलेस व्यवस्था से इस योजना के तहत लाभ उठाने वालों की पहचान की पुष्टि करने में मदद मिलेगी और राशन की दुकानों के स्तर होने वाली धोखाधड़ी को रोकना आसान होगा और सबसे अहम इससे पीडीएस व्यवस्था में भ्रष्टाचार को खत्म करने में मदद मिलेगी." देश में गरीबों के लिए सस्ते दर पर जो अनाज पहुचाया जाता है उसे अनाज माफिया बाजारों में बेच देते हैं । सरकार के इस कदम से धोखाधड़ी पर भी रोक लगेगी ।

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