रो पड़ी शशिकला कहा विरासत बचाने को जान भी दे दूंगी

रो पड़ी शशिकला कहा विरासत बचाने को जान भी दे दूंगी
तमिलनाडु -जयललिता के जाने के बाद तमिलनाडु में सत्ता का संघर्ष जारी है शशिकला जो एक समय काफी प्रभावशाली थी आज उन्हें विधायकों को संभाल पाना मुश्किल हो रहा है । अब स्थितियां यह है कि शशिकला के सामने नतमस्तक रहने वाले लोग अब पाला बदल चुके हैं । आप लोग समुद्र की तरह अब शशिकला को जयललिता की बहुत याद आ रही है उन्हें याद करते हुए शशिकला रो भी पडी ।तमिलनाडु के राज्यपाल विद्यासागर राव की ओर से सरकार बनाने का न्योता नहीं मिलने से निराश शशिकला रविवार को जयललिता को याद करते हुए रो पड़ीं। पत्रकारों के सामने गोल्डन बे रिसॉर्ट में भावुक होते हुए उन्होंने विधायकों से कहा, 'मैं पार्टी और अम्मा की विरासत को बचाने के लिए अपनी जान भी दे दूंगी। आप सभी 129 विधायक समुद्र की तरह हो। हमारी सरकार को कोई भी अस्थिर नहीं कर सकता। किसी से डरने की जरूरत नहीं।'
विधायकों ने बदला पाला
अन्नाद्रमुक में हफ्ते भर से चल रहे सत्ता संघर्ष का फिलवक्त कोई हल निकलता नहीं दिख रहा है। राजभवन की चुप्पी के बीच शशिकला को छोड़कर नेताओं के पन्नीरसेल्वम खेमे में शामिल होने का सिलसिला जारी रहा। रविवार को पांच और सांसद अन्नाद्रमुक महासचिव चिनम्मा यानी शशिकला को छोड़कर कार्यवाहक मुख्यमंत्री के साथ आ गए। पन्नीरसेल्वम गुट उत्साहित कहा सभी आज़ाद अब तक कुल दस सांसदों का समर्थन मिलने से पन्नीरसेल्वम गुट उत्साहित है। जबकि समर्थकों के लगातार टूटने से शशिकला पर विधायकों को संभाले रखने का दबाव बढ़ गया है। देर शाम उन्होंने महाबलीपुरम के गोल्डन बे रिसॉर्ट में आराम फरमा रहे अन्नाद्रमुक विधायकों को पत्रकारों के समक्ष पेश किया। कहा, 'सभी आजाद हैं। किसी को कैद नहीं किया गया है। 129 विधायक मेरे साथ हैं। विरोधियों के सभी आरोप झूठे हैं।'

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