पलानीसामी का होगा फलोर टेस्ट

पलानीसामी का होगा फलोर टेस्ट

पालनिसामी का फ्लोर टेस्ट होगा। इससे पहले एमजी रामचंद्रन के निधन के बाद AIADMK में फूट हुई थी। उस दौरान फ्लोर टेस्ट में जयललिता हार गई थीं। बाद में चुनाव में वे जीतकर लौटीं।

-के नए सीएम ई. पलानीसामी आज सुबह 11 बजे असेंबली में बहुमत साबित करेंगे। वहीं तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने AIADMK विधायकों से पलानीस्वामी के विश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि विधायकों को परिवार राज का समर्थन नहीं करना चाहिए और विश्वास प्रस्ताव का समर्थन दिवंगत प्रमुख जे जयललिता और उनको वोट देने वालों को धोखा देने के बराबर होगा।

पनीरसेल्वम ने एक संदेश में अन्नाद्रमुक विधायकों को कहा कि जयललिता ने उन सब को तैयार किया और एक पहचान दिलाई। उन्होंने द्रमुक का नाम लिए बिना कहा कि जयललिता ने अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखते हुए राज्य में परिवार राज की स्थापना नहीं होने पाए इसके लिए राज्यभर का दौरा किया। उन्होंने पार्टी महासचिव वी के शशिकला के 2011 में पार्टी से निकाले जाने का जिक्र करते हुए विधायकों से पूछा कि क्या वह ऐसे निष्कासित व्यक्ति के परिवार राज का सहयोग करेंगे।

पनीरसेल्वम समर्थित विधायक बिगाड़ सकते हैं खेल

राज्य में विधानसभा में कुल 234 सीटें हैं। AIADMK के पास 135 और डीएमके पास 89 सीटें हैं। जयललिता के निधन के बाद उनकी सीट खाली है। कांग्रेस के पास 8 सीट और मुस्लिम लीग के पास एक सीट है। पलानीसामी ने 123 विधायकों के सपोर्ट का दावा किया। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीसेल्वम ने दावा किया है कि उनके पास दर्जन भर विधायकों का सपोर्ट है। माना जा रहा है कि ये विधायक पलानीसामी का खेल बिगाड़ सकते हैं।

डीएमके ने भी कह दिया है कि उसके 89 विधायक पलानीसामी के खिलाफ ही वोटिंग करेंगे। पलानीसामी को सरकार बचाए रखने के लिए कम से कम 118 विधायकों का सपोर्ट जरूरी होगा। कांग्रेस ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं कि उसके 8 विधायक किसे फेवर में वोटिंग करेंगे।


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