बसपा से सतर्क होती जा रही है सपा

बसपा से सतर्क होती जा रही है सपा

लखनऊ- कहीं समाजवादी पार्टी आगे न निकल जाए इसलिए बसपा और भाजपा दोनों परेशान हैं | एक एक वोट देना जिससे समाजवादी पार्टी की सरकार बने ,जो लोग सजती और धर्म की राजनीती करते हैं उनकी मदद न कर के समाजवादी सरकार बनाइये यह कहना है सीएम अखिलेश यादव सिद्धार्थनगर की जनसभा में कही | अखिलेश यादव ने कहा कि बसपा कभी भी भाजपा के साथ हो सकती है |

क्या हैं बसपा से सतर्क रहने के मायने

ऐसा कोई भी भाषण नहीं होता है जिसमे सपा प्रमुख अखिलेश यादव बसपा से सतर्क रहने की बात न कहते हों इसके बारे में माना जाता है कि जिस तरह से बसपा द्वारा सैकड़ा उम्मीदवार मुस्लिम उतारकर मुस्लिम मतों का जिस तरह से ध्रुवीकरण करने का प्रयास किया जा रहा है इसी सपा को काफी मुश्किलें आ रही है और अखिलेश यादव को इस बात का डर है कि यदि मुस्लिम मतों का बिखराव हुआ और बसपा के पाले में गए तो सपा का नुक्सान मतलब सीधा फायदा भाजपा को होगा | इसलिए बार बार बसपा और भाजपा के मिलीभगत होने और बाद में फिर से एक हो जाने की बात कही जाती है |

पुलिस को हर भाषण में लाने की क्यों पड़ रही है जरुरत

अखिलेश यादव के हर भाषण में पुलिस पर जरुर बोला जाता है गौरतलब है कि सपा सरकार में पुलिस में भारती में भारी पैमाने पर यादवों की भ्रती का आरोप लगा था और अपने भाषण में यह भी संकेत देने का रोप लगता है कि यह जिन पुलुस वालों की इस सरकार में भ्रती की गई है उनसे सहानुभूति की उम्मीद रखते हुए साथ ही यह भी संकेत दिया जाता है कि अगर फिर से सरकार आती है तो उसी तरह से भर्ती की जायेगी |


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