अपने प्यार की ऐसे इज्ज़त करो - रोंगटे खड़े हो जायेगें

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RESPECT YOUR LOVE......

एक लड़के की कहानी दोस्तों मैं सुनाता हूँ,
बदनसीबी किसे कहते है ये आपको बताता हूँ।
सीधा साधा था वो लड़का मोहब्बत
से कोसो दूर था।
अपने आप में ही और बादशाहो
की तरह मस्ती में चूर था
वक़्त बुरा आया कि उस बदनसीब को एक
शहज़ादी भा गयी,
तमाम खुशियाँ उसकी मोहब्बत खा गयी।
दिन रात उसके ही ख्वाबो में गम
सा वो रहने लगा,
आस-पड़ोस दोस्त-समाज उसे
पागल कहने लगा।
लड़की को भी उस पागल की
मोहब्बत रास आ गयी,
क्या पता था खुशियों की शक्ल में
बदकिस्मती दोनों की आ गयी।
इस बात की भनक लड़की के माँ-
बाप को थी पड़ चुकी थी,
बाहर आना जाना बंद हुआ घर में
ही जेल की तरह वो रहने लगी।
इधर वो लड़का सब बातो से
अन्जान उसके लिए था तड़प रहा,
शहर-शहर गली-गली उसके लिए
फ़क़ीर की तरह था भटक रहा।
लड़की ने डर के मरे उसे
अपना पता भी ना बताया था कभी,
कभी ज़रूरत पड़ जाएगी इस बात
का ख्याल लड़के के दिमाग में
भी ना आया था कभी।
वक़्त के साथ ज़ख़्म भरते है ये सुना
था सबने,
मगर लड़के का ज़ख़्म दिनों दिन
था बढ़ने लगा।
ना भूख लगती थी ना सोया
ही जाता था,
उसकी जुदाई में लड़का बे-मौत
मरने लगा था।
इश्क़ एक और माँ की गोद सुनी
कर गया,
तड़पते हुए उसका नाम रटते लड़का
बे-मौत था मर गया।
लड़की को आज भी ना उसने कोसा था,
उसकी मजबूरी होगी कोई बस
यही दिल में उसने सोचा था।
मरने के बाद उसके साथ एक अजब
खेल हुआ, जिस्म मिलते है
ज़िंदा रह कर उनकी रूहो का मर
कर मेल हुआ।
जब मर करके ऊपर पहुँचा तो लड़के
के होश उड़ गए,
जितने भी सहे थे उसने सब दुःख
उसके उतर गए।
लड़की पहले से कड़ी स्वर्ग के
दरवाजे पे उसका इंतज़ार कर रही थी,
कब आएगा मेरा दिलबर इसी
बात को सोच कर मर रही थी।
मोहब्बत के इतिहास में शायद
पहली बार ऐसा हुआ था,
ये जिस्मो का नहीं आत्माओ
का मिलन हुआ था।
इसलिए किसी शायर ने बहुत खूब कहा है-
वो मौत बड़ी सुहानी होगी,
जो दिलबर के प्यार में आनी होगी।

फेसबुक से लिया गया लेख - https://www.facebook.com/dharmendra.mourya.75/posts/836627059810088


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