अब जाना ही होगा गायत्री प्रजापति को जेल

अब जाना ही होगा गायत्री प्रजापति को जेल

नई दिल्ली- एक तरफ जहाँ उत्तर प्रदेश पुलिस ने अखिलेश सरकार के कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति को भगोड़ा घोषित कर उनकी सम्पाती को कुर्क किये जाने की कार्रवाई शुरू कर दी है वहीँ अब सुप्रीम कोर्ट ने भी गायत्री प्रजापति को किसी भी तरह के राहत देने से इनकार कर दिया है | गैंगरेप के आरोपी गायत्री प्रजापति को सुप्रीम कोर्ट से दोहरा झटका लगा है. कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगाने या आदेश में बदलाव करने से इनकार किया. कोर्ट ने कहा कि हमने सिर्फ FIR दर्ज कर जांच करने के आदेश दिए थे. हमने न तो गिरफ्तारी के आदेश दिए और न ही वारंट जारी किए. अगर निचली अदालत ने गैर जनानती वारंट हासिल किए हैं तो गायत्री प्रजापति कोर्ट में जाकर इसे चुनौती दें. कोर्ट इस मामले में कोई आदेश जारी नहीं करेगा. कोर्ट ने कहा कि इस मामले में वह जमानत या किसी भी तरीके के कानूनी अधिकारों का इस्तेमाल कर सकते हैं.

  • गैंगरेप और यौनशोषण के मुकदमे में फरार चल रहे कैबिनेट मंत्री व अमेठी से विधानसभा प्रत्याशी गायत्री प्रसाद प्रजापति को यूपी पुलिस ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। डीजीपी जावीद अहमद ने कहा कि गायत्री लगातार फरार है। लिहाजा पुलिस ने उन्हें भगोड़ा मान लिया है।
  • वहीं गायत्री की सम्पत्ति कुर्क करने की कवायद भी पुलिस ने शुरू कर दी है। शनिवार को ही कोर्ट ने गायत्री प्रजापति का गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किया था। पुलिस एक-दो दिन में गायत्री की सम्पत्ति कुर्क करने की अनुमति लेने के लिए कोर्ट में अर्जी देगी।
  • कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद पुलिस गायत्री प्रजापति को नोटिस भेजेगी कि अगर वह समर्पण नहीं करते हैं तो उनकी सम्पत्ति कुर्क कर दी जाएगी। इसके लिए नियमानुसार एक महीने का समय दिया जाता है। एसएसपी ने बताया कि गायत्री की तलाश में पुलिस ने बिठुर व जालौन में कई जगह छापेमारी की थी लेकिन गायत्री व उसके छह साथी अशोक तिवारी, पिंटू सिंह, रुपेश, आशीष शुक्ला, चन्द्रेश और विकास वर्मा का कुछ पता नहीं चला।
  • इन सबकी सम्पत्ति का ब्योरा जुटाया जा रहा है। गायत्री व उसके साथियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गौतमपल्ली थाने में चित्रकूट की महिला की तहरीर पर गैंगरेप व यौनशोषण का मुकदमा दर्ज किया गया था।

गायत्री प्रजापति ने राजनीती से प्रेरित होने का लगाया आरोप

गायत्री प्रजापति ने आरोप लगाया है कि यह मामला राजनीति से प्रेरित है और शिकायतकर्ता महिला आदतन ब्लैकमेलर है. यूपी के राज्यपाल राम नाइक ने गायत्री प्रजापति को अखिलेश सरकार में बनाए रखने पर सवाल उठाए हैं. इस सिलसिले में उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक पत्र भी लिखा है. गायत्री प्रजापति एक रेप केस में आरोपी है और फिलहाल फरार है और उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी है और पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है. गायत्री प्रजापति के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है. इस बीच पीड़ित परिवार ने पुलिस पर दबाव बनाने और परेशान करने के आरोप लगाए हैं.


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