इंदिरा गाँधी के कारण रिक्शा चलाने को मजबूर ये 6 रियासतों का राजा जिसके पास थी 25 लग्ज़री कारें

इंदिरा गाँधी के कारण रिक्शा चलाने को मजबूर ये 6 रियासतों का राजा जिसके पास थी 25 लग्ज़री कारें

13 बाघों और 28 तेंदुओं का शिकार कर चुके इस राजा के महल में करीब 30 नौकर काम किया करते थे।

डेस्क - आज हम आपको अर्श से फर्श तक पहुचने की ऐसी कहानी बताने जा रहे है जिसे देख व पढ़ कर आप की रूह काप उठेगी... ये कहाँ है ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से करीब 60 किमी दूर टिगिरिया रियासत के पूर्व राजा ब्रजराज महापात्रा की जो की कई नौकर-चाकर और 25 कारों के मालिक थे। इनके पूर्वजों ने राजस्थान से टिगिरिया जाकर एक नई रियासत बसाई थी। तिगिरिया के राजा ओडिशा के आखिरी शासक माने जाते थे। एक जमाने में उनके पास 6 रियासतें और 25 लग्‍जरी कारें हुआ करती थीं।

13 बाघों और 28 तेंदुओं का शिकार कर चुके इस राजा के महल में करीब 30 नौकर काम किया करते थे। वह अपने इलाके में अपने शाही शिकार के लिए भी मशहूर थे। हालांकि, आजादी के बाद उनका यह साम्राज्‍य धीरे-धीरे अपनी चमक खोता चला गया।
आजादी के बाद इस राजपरिवार से राजस्‍व उगाही के अधिकार ले लिए गए और उन्‍हें महज 130 पाउंड की पेंशन पर रहने को मजबूर कर दिया गया।
इसके चलते राजपरिवार को महज 600 पाउंड में अपना पूरा महल बेचना पड़ा।
बाद में इंदिरा सरकार ने पेंशन भी बंद कर दी। राजपरिवार के वारिस ब्रजराज क्षत्रिय बीरबर छामुपति सिंह को गांव वालों की दया पर झोपड़ी में बचा-खुचा जीवन गुजारना पड़ा था। 30 नवंबर 2015 को 95 साल की उम्र में इस राजा की मौत हो गई थी।

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